चुनावी वादों को लेकर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे का पीएम मोदी पर पलटवार
दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। विपक्षी पार्टी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर कहा कि झूठ, धोखा, दिखावा, लूट और प्रचार ये आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं। आपका सौ दिन की योजना का ढोल पीटना एक सस्ता प्रचार था। खरगे ने कहा, 16 मई 2024 को आपने दावा किया था कि आपने 2047 के रोडमैप के लिए 20 लाख से अधिक लोगों से सुझाव लिए हैं। लेकिन पीएमओ ने आरटीआई में जानकारी देने से इनकार किया। जिससे आपके झूठ का पर्दाफाश हुआ। खरगे ने कहा कि बीजेपी में ‘बी’ का मतलब बेट्रेयल (विश्वासघात या धोखा) और ‘जे’ का मतलब जुमला है। कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ये सात सवाल भी पूछे-
1. दो करोड़ नौकरी का वादा: भारत की बेरोजगारी दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर क्यों है? क्यों हर जगह नौरी के लिए इतनी भीड़ होती है? सात साल में 70 पेपर लीक के लिए कौन जिम्मेदार है? किसने पीएसयू में हिस्सेदारी बेचकर पांच लाख सरकारी नौकरियां छीनीं?
2. बहुत हुई महंगाई की मार: घर की बचत पचास साल के न्यूनतम स्तर पर क्यों पहुंच गई है? पिछले साल में थाली की कीमत 52 फीसदी क्यों बढ़ी? टमाटर की 24 फीसदी, आलू की 180 फीसदी और प्याज की 60 फीसदी कीमत क्यों बढ़ी? किसने दूध, दही, आटा और दाल जैसी आवश्यक खाद्य सामग्रियों पर जीएसी लगाया? कौन मध्यम वर्ग को एलटीसीजी के जरिए कर आतंकवाद (टैक्स टेररिज्म) का शिकार बना रहा है?
3. अच्छे दिन का क्या हुआ: रुपया अब तक के न्यूनतम स्तर पर है। क्या यह आईसीयू में है या मार्गदर्शक मंडल में? आपकी सरकार ने पिछले दस वर्षों में 150 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर्ज लिया है, जो हर भारतीय पर 1.5 लाख रुपये का कर्ज बनता है। एमएसएमई को नोटबंदी और जीएसटी के जरिए नष्ट किया गया है। आर्थिक असमानता 100 साल के उच्चतम स्तर पर है। इस बीते हुए एक दशक में औसत विकास छह फीसदी से कम है। जबकि यूपीए के दौरान यह आठ फीसदी था। निजी निवेश 20 साल के न्यूनतम स्तर पर है, जबकि पिछले एक दशक में विनिर्माण का औसत विकास केवल 3.1 फीसदी है, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के दौरान यह 7.85 फीसदी था, जिससे मेक इन इंडिया के बड़े दावों की पोल खुल गई है।
4. विकसित भारत का क्या हुआ: आपका जो भी निर्माण करने का दावा है, वह एक के बाद एक ढह रहा है-महाराष्ट्र में आपने शिवाजी की प्रतिमा, दिल्ली हवाई अड्डे की छत, अयोध्या में राम मंदिर में रिसाव और अटल सेतु में दरारें। गुजरात में पुल गिर जाता है, जबकि बिहार में नए पुलों का गिरना आम बात है।
अनगिनत रेल हादसे हुए हैं। जबकि मंत्री रील के जरिए पीआर में व्यस्त हैं।
5. ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा का क्या हुआ: हमारे पास आपके लिए दो शब्द हैं- मोदानी महा घोटाला और सेबी प्रमुख। असंवैधानिक चुनावी बांड के जरिए लूट, उगाही करना भाजपा का सबसे बड़ा वित्तीय अपराध है। नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या आदि को हजारों करोड़ लूटकर भागने में मदद की।
6. देश नहीं झुकने दूंगा का क्या हुआ: भारत की रैंक वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2024 में 105 है। जबकि संयुक्त राष्ट्र मानव विकास सूचकांक में इसकी रैंक 134 और वैश्विक लिंगानुपात में 129 है। गलवान में चीन को क्लीन चिट, चीनी निवेश के लिए रेड कारपेट और हर पड़ोसी देश के साथ संबंध बर्बाद किए।
7. सबका साथ-सबका विकास और जय किसान-जय जवान का क्या हुआ:अनसूचित जाति (एससी) के लोगों के खिलाफ अपराधों में 46 फीसदी बढ़ोतरी हुई। जबकि अनुसूचित जनजाति (एसटी) के खिलाफ अपराधों में 48 फीसदी वृद्धि हुई। एनसीआरबी के मुताबिक, 2022 में एससी/एसटी महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में 2014 की तुलना में 1.7 गुना वृद्धि देखी गई है। एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस समुदायों से सरकारी नौकरियां छीनने के लिए संविदा भर्ती में 91 फीसदी वृद्धि हुई। किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने का वादा, एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी से इनकार, 35 कृषि उत्पादों पर जीएसटी और सेना में स्थायी भर्ती को (अग्निपथ योजना के जरिए) अस्थायी में बदला गया। मोदी जी उंगली उठाने से पहले ध्यान दें। मोदी की गारंटी 140 करोड़ भारतीयों के साथ एक क्रूर मजाक है।