कांग्रेस ने राशन किट वितरण में लगाया अनियमितता का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जिला कांग्रेस कमेटी और यूथ कांग्रेस ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा श्रम विभाग के माध्यम से जरूरतमंदों को बांटी जा रही राशन किट वितरण पर सवाल
उठाये है। कार्यकर्ताओं ने राशन किट वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल से राशन किट वितरण में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने,
राशन किट प्रार्षद एवं श्रम विभाग के कर्मचारियों के माध्यम से वितरित कराने की मांग की है। साथ ही राशन किट के साथ जरूरतमंदों एवं गरीबों के खाते में पांच
हजार रूपये की सहायता राशि डालने की मांग की।
यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष विजय रावत ने उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा
कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में श्रमकार्ड धारकों, जरूरतमंदों एवं गरीबों को राशन किट वितरित की जा रही है। जबकि कांग्रेस पार्टी और जनता ने जरूरतमंदों, गरीबों और
प्रवासियों के खातों में 7500 रूपये की धनराशि डाली जाए, इसके विपरीत प्रदेश सरकार ने एक हजार रूपये की राशि खातों में डालने की घोषण की, लेकिन सरकार
ने भ्रष्टाचार की नियत से श्रम विभाग के माध्यम से राशन किट वितरित कर रही है। राशन किट में लगभग साढ़े पांच सौ रूपये की राशन व सामग्री है। उन्होंने
आरोप लगाते हुए कहा कि राशन किट वितरण कोटद्वार नगर निगम के प्रत्येक पार्षद के माध्यम से वितरित करने के बजाय भाजपा के पार्षदों एवं कार्यकर्ताओं के
माध्यम से वितरित कराई जा रही है। इससे प्रतीत होता है कि इस वैश्विक कोरोना महामारी के दौरान भी भाजपा चुनावी प्रचार-प्रसार कर रही है। उन्होंने कहा कि
सरकारी राशन किटों को भारतीय जनता पार्टी के राशन किटों के रूप में प्रचारित करने पर अंकुश लगाया जाय। विजय रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा
सरकार राशन वितरण में राजनीति कर रही है, केवल भाजपा समर्थकों को राशन किट दी जा रही है। कांग्रेस समर्थकों को राशन किट नहीं दी जा रही है। ज्ञापन देने
वालों में हेमचन्द्र पंवार, महावीर सिंह रावत, हिमांशु बहुखण्डी, कुंवर सिंह रावत, बलवीर सिंह रावत, जितेन्द्र भाटिया, आशीष काला, नीरज बहुगुणा, सूर्णमणि, सुनील
थापा आदि शामिल थे।