वनराजि समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ें
बागेश्वर। जौहार सामाजिक एवं सांस्तिक समिति ने वनराजी आदिम जनजाति समुदाय की मूलभूत सुविधाओं को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। कहा कि वनराजी को विकास की मुख्य धारा में जोड़ा जाए। राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गंगा सिंह पांगती ने कहा कि पिथौरागढ़ के धारचूला, डीडीहाट, चंपावत, खटीमा के चकरपुर में 11 गांवों में वनराजी निवास करते हैं। किमखोला गांव की हरुली देवी और कलावती देवी ने बताया कि गांव में शिक्षा का अभी भी अभाव है। जनजाति प्रमाणपत्र नहीं होने से छात्रवृत्ति से बच्चे वंचित हैं। गांव में रोजगार की कोई सुविधा नहीं है। उनके गांवों में जीवन जीने की मूलभूत आर्थिक, शैक्षिक सामाजिक विकास की आवश्यकता है। चिकित्सा सुविधा नहीं होने से गांव कुपोषण का शिकार है। जौहार समिति के अध्यक्ष पूजा जंगपांगी ने जिलाधिकारी को भी बीते दिनों ज्ञापन सौंपा। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, राशन, आवास, विद्युत, पानी, जनजाति प्रमाणपत्र, भूमि, पौष्टिक आहार आदि के लिए विशेष अभियान के तहत कार्ययोजना तैयार करने की मांग की है।