पंजाब को दहलाने की साजिश नाकाम, 245 जिंदा कारतूस समेत हथियारों का जखीरा बरामद

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चंडीगढ़ , पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाने के अभियान के दौरान पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने भारत-पाक सीमा के पास गोंहेवाल गांव (रावी नदी के किनारे) से हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद किया है।
बरामद किए गए हथियारों में दो एके सीरीज असॉल्ट राइफलें, आठ मैगजीन, एक .30 बोर पिस्टल, दो मैगजीन, .30 बोर के 50 जिंदा कारतूस और 7.62 मिमी के 245 जिंदा कारतूस शामिल हैं। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब पुलिस की त्वरित और सतर्क कार्रवाई के कारण एक बड़ी वारदात टल गई है। उन्होंने बताया कि हाल ही में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी गतिविधियों और सीमा क्षेत्र में गैंगस्टर गिरोहों की हलचल बढ़ने के इनपुट मिले थे, जिसके मद्देनजर यह कार्रवाई की गई। डीजीपी ने बताया कि यह बरामदगी इस बात का प्रमाण है कि पंजाब पुलिस सीमा पार से होने वाली हथियार तस्करी पर पैनी नजर बनाए हुए है। हमारी सतर्कता ने राज्य में संभावित आतंकवादी या आपराधिक घटना को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।
एसएसपी अमृतसर (ग्रामीण) मनिंदर सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने गोंहेवाल गांव क्षेत्र में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान रावी नदी के पास एक थैला बरामद हुआ, जिसमें अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद छिपाकर रखा गया था। उन्होंने आगे कहा कि हथियारों के स्रोत और गंतव्य का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच चल रही है और आने वाले दिनों में और भी बरामदगियां व गिरफ्तारियां संभव हैं। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह मामला आर्म्स एक्ट की धारा 25(8) और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 113 के तहत थाना रामदास में दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि यह बरामदगी सीमा पार से सक्रिय तस्करी नेटवर्क और आतंकवादी संगठनों के बीच संभावित कनेक्शन की ओर इशारा करती है। जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक का पता लगाने में जुटी हैं ताकि तस्करी की इस कड़ी को पूरी तरह तोड़ा जा सके।

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