राइंका कैंडुल ठांगर के भवन के पुननिर्माण कराने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति ने विकासखंड द्वारीखाल के राजकीय इंटर कॉलेज कैंडुल ठांगर के जीर्ण-क्षीर्ण व क्षतिग्रस्त भवन के पुननिर्माण करवाने, रिक्त पदों पर शिक्षकों की तैनाती करने की मांग शासन से की है। समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि विद्यालय की भवन जीर्णक्षीर्ण होने से हर समय जान माल का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि विद्यालय का शौचालय पूर्णत: ध्वस्त हो चुका है, जिससे छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने आर मीनाक्षी सुंदरम सचिव उत्तराखण्ड शासन देहरादून को भेजे पत्र में कहा कि राजकीय इंटर कॉलेज कैंडुल का निर्माण वर्ष 1998 में हुआ था। विद्यालय में 10 कक्षा कक्ष है। जिनमें प्रधानाचार्य कार्यालय सहित सात कक्षा कक्ष पूर्णत: क्षतिग्रस्त व जीर्ण-क्षीर्ण हो चुके है। छतों की प्लास्टर गिरने से छात्रों की सुरक्षा को खतरा होने के साथ ही हल्की बारिश में भी कक्षों में पानी टपकने लगता है। जिस कारण छात्रों की कक्षाएं विद्यालय के प्रांगण में लगाई जाती है। हल्की बारिश व तेज धूप में छात्रों को अवकाश देना पड़ता है। जिससे अध्ययन व अध्यापन में बाधा होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की छात्र संख्या पूर्व में 250 थी जो वर्तमान में घटकर 102 रह गई है। जंगल के पास स्थित विद्यालय में सुरक्षा दीवार न होने के कारण विद्यालय परिसर में जंगली जानवरों का विचरण आम बात है। विद्यालय में अंग्रेजी प्रवक्ता, वरिष्ठ लिपिक, दफ्तरी, चतुर्थ श्रेणी का पद रिक्त चल रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की समस्याओं को लेकर शिक्षा विभाग पौड़ी के उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।