जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड देहरादून ने जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखण्ड द्वारीखाल में दहशत का पर्याय बनें गुलदार को जिंदा या मुर्दा पकड़ने के आदेश दिये है। वन विभाग ने क्षेत्र में शिकारी दल तैनात कर दिया है। एक सप्ताह के दौरान गुलदार ने एक युवक को मार डाला और एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया। क्षेत्र में गुलदार अभी भी सक्रिय है। जिससे क्षेत्र के लोग दहशत में है।
जेएस सुहाग मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखण्ड ने अपने आदेश में कहा कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथा संशोधित 2006 की धारा 11(1) क से प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हएु गढ़वाल वन प्रभाग के अन्तर्गत उक्त क्षेत्र में मानव जीवन के लिए खतरनाक गुलदार को पकड़े न जाने की दशा में अन्तिम विकल्प के रूप में नष्ट करने के लिए प्रभागीय वनाधिकारी गढ़वाल को प्रदान की गई है। आदेश में बताया गया कि गुलदार के पगमार्ग स्थलों से ले लिये तथा मानव जीवन के लिए खतरनाक हुए गुलदार को ट्रैक/चिन्हित कर लिया तथा गुलदार को पकड़ने/नष्ट करने के बाद इसकी पुष्टि कर ली जाय कि नष्ट किया गया गुलदार वहीं है। यह अनुमति एक माह तक वैध रहेगी और इस अवधि के उपरान्त स्वत: समाप्त हो जायेगी।
बता दें कि लैंसडौन रेंज के सिलोगी बीट के अंतर्गत ग्राम कांडी में गत मंगलवार को सुबह करीब 4 बजे गुलदार टेंट के अंदर घुस गया और वहां सो रहे 32 वर्षीय वीर बहादुर पुत्र जग्गू पर हमला कर दिया था। गुलदार ने उसको टेंट से बाहर खींचने का प्रयास किया लेकिन अन्य श्रमिकों ने शोर मचा दिया था। जिसके बाद गुलदार टेंट से बाहर निकल कर जंगल की ओर भाग गया था। ग्राम प्रधान घटना के संबंध में वन विभाग को सूचना दी। सूचना पर वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची थी। वीर बहादुर का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
ज्ञातव्य हो कि 1 जुलाई को द्वारीखाल ब्लॉक ग्राम पंचायत किंसुर के बागी गांव निवासी 28 वर्षीय पृथ्वी चंद्र पुत्र यशवंत सिंह 1 जुलाई 2020 को बकरियां और मवेशियों को चुगाने के लिए जंगल गया था। सांय को वह बकरियों को ढूढ़ रहा था। जबकि बकरियां और मवेशी घर आ गये थे। इसी दौरान जंगल में गुलदार ने उस पर हमला कर दिया था। जब देर सांय तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी खेजबीन शुरू की थी। रात को करीब सवा 9 बजे पृथ्वी चंद्र का शव जंगल में मिला था। वन विभाग ने क्षेत्र में पिंजरा भी लगा दिया था, लेकिन गुलदार अभी तक पिंजरे में नहीं फंसा है। लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक कुमार ने बताया कि द्वारीखाल ब्लॉक में गुलदार ने एक युवक को मार दिया था और एक युवक पर हमला कर घायल कर दिया था। गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया गया था। उन्होंने बताया कि गुलदार ट्रैक्युलाईज कर न पकड़े जाने की दशा में मारने के आदेश मिल गये है। क्षेत्र में शिकारी दल तैनात कर दिया है।