उत्तराखंड

आपदा का मलबा हटाने को नहीं मिल रहे ठेकेदार

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नैनीताल। रयल्टी के विरोध में चल रहे ठेकेदारों के आंदोलन के कारण लोनिवि को काम कराने के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं। जिससे विभाग के सामने चुनौतियां बनी हुई हैं। वहीं, प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों द्वारा लगातार ट्रीटमेंट की मांग की जा रही है। लेकिन ठेकेदार न मिलने से काम शुरू नहीं हो पा रहा है। दरअसल, नैनीताल से 20 किलोमीटर दूर ग्रामसभा चोपड़ा में वचनढूंगा की पहाड़ी से पिछले वर्ष अक्तूबर में हुई अत्याधिक वर्षा के कारण बडे बोल्डर गिरे थे। जिसके नीचे ग्रामीणों के मकान होने के कारण क्षेत्र संवेदनशील बना हुआ है। जुलाई 2022 में हुई वर्षा के कारण इस क्षेत्र में फिर से धंसाव एवं बोल्डरों के गिरने के कारण ग्रामीणों द्वारा दुघर्टना होने की आशंका व्यक्त की गई। इस पर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने निरीक्षण कर अधिकारियों को तुरंत समाधान कार्य के निर्देश दिए। डीएम धीराज सिंह के निर्देश से चोपड़ा गांव में भू-वैज्ञानिक नैनीताल लेखराज ने सर्वे किया। सर्वे अनुसार उक्त स्थल पर अस्थाई उपचार के लिए वायरक्रेट से प्लेटफार्म की संस्तुति की गई। जिससे बोल्डरों को गिरने से रोका जा सके। अधिशासी अभियंता लोनिवि दीपक गुप्ता ने वायरक्रेट से प्लेटफार्म बनाने के लिए करीब 27 लाख का आगणन तैयार किया। जिसके सापेक्ष जिलाधिकारी ने 10 लाख रुपये अवमुक्त कर दिए हैं। लेकिन ठेकेदारों के आंदोलन के कारण कोई भी काम करने को राजी नहीं हो रहा है, जिससे लोक निर्माण विभाग के समक्ष वचनदूंगा की पहाड़ी के ट्रीटमेंट का कार्य करने को लेकर इस समय काफी चुनौतियां बनी हुई हैं। हालांकि विभाग का कहना है वह अन्य ठेकेदारों से बातचीत कर समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं।
पहले चरण में वायरक्रेट से प्लेटफार्म बना कर पहाड़ी से बोल्डरों को गिरने से रोका जाएगा। चार स्थानों पर वायरक्रेट लगाया जाएगा। वहीं, देंसिंग लगाकर छोटे पत्थरों को भी आबादी स्थल पर गिरने से रोका जाएगा। – जीएस जनौटी, सहायक अभियंता लोनिवि।

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