भुलाया नहीं जा सकता आंदोलनकारियों का योगदान
उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से दल का 44 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद भी प्रदेश के हित में कार्य करने वाले आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित किया। कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन में दिए गए आंदोलनकारियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
सोमवार पदमपुर स्थित संगठन के कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन के लिए हमारे लोगों को काफी संघर्ष करना पड़ा। इस लड़ाई में कई लोगों ने अपना सबकुछ गवा दिया। राज्य आंदोलन की लड़ाई में दिए गए आंदोलनकारियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। कहा कि यह प्रदेश हमें काफी संघषों के बाद मिला है। इसलिए उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश की बेहतरी के लिए सदैव तत्पर रहेगा। बैठक में राज्य गठन के बाद भी प्रदेश के बेहतर विकास के लिए संघर्ष करने वाले स्व.नंदन सिंह, स्व.यतेंद्र रूडोला के स्वजनों को सम्मानित किया गया। साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल के सदस्य रहे स्व.कांता प्रसाद रतूड़ी, श्रीश देवरानी, नागेंद्र रूडोला, विशंबर दत्त, पूरण लाल शाह को भी याद किया गया। इस मौके पर उक्रांद के नगर अध्यक्ष गुलाब सिंह, महेंद्र सिंह रावत, हरीश द्विवेदी, जगदीपक सिंह रावत, विनय भट्ट, हयात सिंह गुसाईं, चंद्र प्रकाश, देवी सिंह, विनोद कुमार, विजय पाल, सतेंद्र सिंह नेगी, द्वारिका प्रसाद काला, गिरधर डबराल आदि मौजूद रहे।