महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा के पाठ पर विवाद, सांसद नवनीत राणा और उनके पति गिरफ्तार
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। मुंबई पुलिस ने शनिवार शाम को विधायक रवि राणा और उनकी पत्नी सांसद नवनीत राणा को कथित तौर पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने के आरोप में यहां उपनगरीय खार में उनके घर से गिरफ्तार किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे के निजी आवास श्मातोश्रीश् के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की अपनी योजना को रद करने के कुछ घंटों बाद यह घटनाक्रम सामने आया। राणा दंपत्ति पर आईपीसी की धारा 153 (ए) (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करना) और धारा 135 के तहत मामला दर्ज किया गया है। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कहा कि शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का पूरे प्रकरण को संभालने का तरीका ष्बहुत बचकानाष् था। राज्य सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश करती है
इधर, सत्तारूढ़ शिवसेना के कड़े विरोध के बीच रवि राणा और उनकी पत्नी सांसद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना छोड़ दी। उन्होंने कहा कि वह एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शहर के दौरे के मद्देनजर कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने उपनगरीय खार में अपने आवास पर दोपहर में पत्रकारों से बात करते हुए निर्णय की घोषणा की। उनके घर के बाहर सुबह से ही बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता दिनभर डेरा डाले रहे। शिवसैनिकों ने उन्हें सबक सिखाने की भी धमकी दी।
राणा दंपत्ति ने शुक्रवार को कहा था कि वे उपनगरीय बांद्रा में शिवसेना अध्यक्ष उद्घव ठाकरे के निजी आवास श्मातोश्रीश् के बाहर शनिवार सुबह नौ बजे हनुमान चालीसा का पाठ करने की अपनी योजना पर अडिग हैं। सुबह शिवसेना कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़कर उनके खार स्थित आवास के परिसर में घुसने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। राणा दंपत्ति को अपने घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा, क्योंकि बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ताओं की मौजूद्गी के कारण स्थिति बढ़ सकती थी। रवि राणा, जो अमरावती जिले के बडनेरा से निर्दलीय विधायक हैं, ने कहा कि विपक्ष के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुझसे बात की और मुझे बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम से एक दिन पहले किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हमने सीएम उद्घव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के अपने फैसले को वापस लेने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर फडणवीस ने महाराष्ट्र में बहुत बड़ा विकास किया है, जबकि उद्घव ठाकरे ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में कुछ भी नहीं किया है।
नवनीत राणा ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरा उद्देश्य स्पष्ट तरीके से पूरा हो गया। हम मातोश्री तक नहीं पहुंच पाए, परन्तु जो हनुमान चालीसा हम पढ़ने वाले थे, वो कई भक्त वहां मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा पढ़ रहे हैं। इससे यह सिद्घ होता है कि हमारी आवाज वहां तक पहुंची है। उनके मुताबिक, जो भी गुंडे उद्घव ठाकरे ने हमारे घर तक भेजे हैं, अमरावती के घर में हो या मुंबई के घर में हो। बाला साहब के साथ ही उनके शिवसैनिक कब के चले गए। आज की शिवसेना गुंडों की शिवसेना रह गई है। उद्घव ठाकरे के इशारों पर गुंडागर्दी करने का काम महाराष्ट्र में किया जा रहा है। लाउडस्पीकर के बाद अब हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमाने लगी है। हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर शिवसैनिकों ने दिनभर हंगामा किया। शिवसैनिकों ने निर्दलीय विधायक रवि राणा और उनकी पत्नी सांसद नवनीत राणा के घर के बाहर बैरिकेड को तोड़ा, घर में घुसने का भी प्रयास किया। गौरतलब है कि सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने महाराष्ट्र के सीएम उद्घव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का एलान किया था।