कोरोना के डबल म्यूटेंट वेरिएंट का खौफ: पाकिस्तान ने भारतीय यात्रियों पर लगाया बैन, ब्रिटेन ने भी रेड लिस्ट में डाला
इस्लामाबाद/लंदन। भारत में कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे डबल म्यूटेंट वेरिएंट को लेकर दुनिया के दूसरे देश डरने लगे हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान ने इस वेरिएंट से बचने के लिए भारत से यात्रा पर दो सप्ताह की रोक लगा दी है। पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को इस नए वेरिएंट का हवाला देते हुए कहा कि अगले दो सप्ताह तक वायु और सड़क मार्ग के जरिए भारत से यात्री पाकिस्तान नहीं आ पाएंगे। इस बीच ब्रिटेन ने भी भारत को रेड लिस्ट में डालकर भारतीयों की एंट्री बंद कर दी है। ब्रिटेन ने कहा है कि उसके यहां भारतीय वेरिएंट के 103 केस पाए गए हैं।
पाकिस्तान के प्रमुख न्यूज वेबसाइट डन के मुताबिक, नेशनल कमांड एंड अपरेशन सेंटर ने कहा कि फोरम की एक बैठक में यह फैसला लिया गया, जिसकी अध्यक्षता योजना और विकास मंत्री असद उमर ने की। फोरम को भारत में फैल रहे डबल म्यूटेंट वेरिएंट के बारे में बताया गया, जिसे पड़ोसी देश में तेजी से फैले संक्रमण के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है।
बयान में कहा गया, श्श्फोरम ने भारत को दो सप्ताह के लिए कैटिगरी सी में डालने का फैसला किया है, जिसमें हम विमान और सड़क मार्ग से भारत से आ रहे यात्रियों पर बैन लगाएंगे। 21 अप्रैल को दोबारा फोरम की बैठक होगी और उन देशों को लेकर फैसला किया जाएगा, जहां भारतीय वेरिएंट पाया गया है।
इस बीच ब्रिटेन में भी भारतीयों की एंट्री पर रोक लग गई है। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के चलते ब्रिटेन ने भारत को रेड लिस्ट में डाल दिया है। इसके चलते भारतीयों की एंट्री अब अगले आदेश तक ब्रिटेन में नहीं हो सकेगी। हालांकि भारत से उन लोगों को एंट्री मिल सकेगी, जिनके पास यूके या फिर आयरिश नागरिकता है।
ब्रिटिश पीएम बोरिस जनसन ने सोमवार को ही भारत के अपने प्रस्तावित दौरे को रद्द किया था। इसके बाद अब सरकार ने भारत को लेकर यह बड़ा फैसला लिया है। भारत से पहले ब्रिटेन की ओर से पाकिस्तान समेत कई अन्य देशों को रेड लिस्ट में डाला गया है, जहां कोरोना के केसों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकक ने कहा कि भारत को रेड लिस्ट वाले देशों की लिस्ट में डाला जा रहा है। इसके तहत भारतीयों की ब्रिटेन में एंट्री पर रोक होगी। हालांकि यूके और आयरिश नागरिकता वाले लोगों की एंट्री पर रोक नहीं होगी। लेकिन ऐसे लोगों को सरकार की ओर से तय किए गए क्वारेंटाइन होटलों में 10 दिन तक रहना होगा।