सचिवालय कूच कर रहे राजेपी के कार्यकर्ताओं की पुलिस ने नोकझोंक
देहरादून। रोजगार की मांग को लेकर राष्ट्रीय जनलोक पार्टी (राजेपी) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को सचिवालय कूच किया। पुलिस ने सचिवालय से दो मीटर पहले बैरियर पर उन्हें रोक लिया। पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। कूच की अगुवाई फूलनदेवी हत्याकांड में आरोपी रहे शेर सिंह राणा कर रहे थे। चार सूत्रीय मांग को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय जनलोक पार्टी के कार्यकर्ताओं परेड ग्राउंड में एकत्र हुए और सचिवालय कूच किया। इसमें रुड़की और हरिद्वार से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इन्हें पुलिस ने बैरियर पर रोक लिया। कार्यकर्ता सचिवालय कूच की जिद पर अड़े रहे। मौके पर पहुंचे तहसीलदार को पार्टी ने ज्ञापन सौंपते हुए धरना प्रदर्शन समाप्त की।
ये है प्रमुख मांगेंरू 70 प्रतिशत उत्तराखंड के मूल निवासियों को रोजगार वाले नियम का शीघ्र पालन कराया जाए। जब तक यह नियम पारित नहीं होता तबतक 12वीं या उससे कम पढ़े हुए भाईयों को पांच हजार रुपये प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। जबकि ग्रेजूयेट बेरोजगार युवाओं को दस हजार रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। पोस्ट ग्रेजुयेट को 15 हजार बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। हरिद्वार जनपद के जो 10-15 किलोमीटर के दायरे में गंगा किनारे स्थित हैं उनको रेत, बजरी आदि को गंगा से निकालकर निजी कार्यों में इस्तेमाल के लिए लिमिट टूट दी जाए।