पहाड़ में बढ़ रहे कोरोना मामले चिंता का विषय : तिवारी
अल्मोड़ा। रानीखेत में राज्य विधि आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष एवं राज्य आंदोलनकारी दिनेश तिवारी ने पर्वतीय क्षेत्र में कोरोना महामारी के लगातार पैर पसारने व मौतों के बढ़ते आंकड़ों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में कोरोना से जान गंवानों वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। राज्य में एक से 19 मई तक कोरोना से मरने वालों में 19 प्रतिशत लोग पर्वतीय जिलों के रहने वाले थे। जबकि एक से 10 मई तक उत्तराखंड के नौ पर्वतीय जिलों में से 20 हजार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए, जो राज्य के कुल कोरोना मामलों का 27.6 प्रतिशत हिस्सा है। आंकड़े बता रहे हैं कि राज्य में कोरोना का अब हर चौथा केस पर्वतीय जिलों से सामने आ रहा है, जो भय और निराशा पैदा करने वाला है। तिवारी ने कहा कि ये हाल तब है, जब राज्य के पहाड़ी जिलों में टेस्टिंग की रफ्तार मैदानी जिलों की अपेक्षा बहुत धीमी है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के इस विपरीत दौर में मंत्री छिप गए हैं और सरकारी दिशाहीन बनी हुई है। पूरा सिस्टम नौकरशाही की समझ और भरोसे पर छोड़ दिया गया है। निर्णय लेने में देरी होने से लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। समय पर ऑसीजन सप्लाई न होने से भी लोगों की जान जा रही है। आम लोगों को अमानवीय हालात का सामना करना पड़ रहा है। पूरे राज्य में दशहत का माहौल है।