कोरोना इफेक्ट से कई परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे

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देहरादून। चुनावी साल में सरकारी नौकरी की आस पाले बेरोजगारों के फिर झटका लगा है। कोविड संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए आयोग ने फिलहाल एलटी परीक्षा स्थगित कर दी है। इसके साथ मई जून में प्रस्तावित स्नातक स्तर, इंटरमीडिएट स्तर, वन दरोगा, सचिवालय सुरक्षा और सहायक लेखाकार की परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कोविड के कारण 25 अप्रैल को प्रस्तावित एलटी भर्ती परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इस परीक्षा में सबसे कम 51 हजार आवेदक शामिल होने थे, साथ ही परीक्षा केंद्र भी सभी जिलों में बनाए जाने और परीक्षा दो पालियों में आयोजित होने से कोविड काल के लिए उक्त परीक्षा सबसे आसान समझी जा रही थी।
अब चूंकि शासन ने उक्त परीक्षा स्थगित कर दी है तो अब आने वाली परीक्षाओं पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कारण इन परीक्षाओं में एक तो आवेदकों की संख्या एलटी के मुकाबले कहीं ज्यादा है। उस पर परीक्षा केंद्र भी कुछ ही जिलों में संभव हो पा रहे हैं। दिक्कत यह है कि राज्य में मानसून सीजन में बहुत बड़ी परीक्षाएं कराना संभव नहीं हो पाता है। इस कारण सबकुछ सामान्य रहा तो सितंबर से पहले भर्ती परीक्षाएं संभव नजर नहीं आ रही हैं। आयोग के सचिव संतोष बडोनी के मुताबिक फिलहाल मई जून में प्रस्तावित परीक्षाओं की तिथियां घोषित नहीं की गई थी, अब नए हालात में परीक्षाएं पीछे जा सकती हैं।
परीक्षा पद आवेदक
एलटी – 1432 51 हजार
कनिष्ठ सहायक – 748 1.19 लाख
गेज्यूएशन स्तर – 854 2.20 लाख
वन दरोगा – 316 80 हजार
बेरोजगारों ने जताया विरोध
देवभूमि बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल के मुताबिक उत्तराखंड में पहले ही भर्ती परीक्षा कई कई साल अटकी रहती हैं। अब कोविड के आड़ में परीक्षाएं टाली जा रही हैं। इससे भर्तियों का बैकलॉक और बढ़ जाएगा। कंडवाल के मुताबिक सरकार चुनाव, कुंभ में तो लाखों लोगों को जुटने दे रही है, लेकिन परीक्षा टालने के लिए बहाने बना रही है। जबकि अभी केंद्र सरकार ने एसएससी की परीक्षाएं स्थगित नहीं की है। इसलिए सरकार जल्द से जल्द परीक्षा सम्पन्न करवा परिणाम जारी करे। ताकि योग्य बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।

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