कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार प्रशासन के लिए बना चुनौती
-हर घाट पर लोग कर रहे हैं विरोध, प्रशासन ने किया आईटीआई घाट चयनित
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर। कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। पूर्व में श्रीनगर के तीन घाटों पर कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। लेकिन इन सभी स्थानों पर स्थानीय निवासियों ने आपत्ति जताई है। जिस पर अब तहसील प्रशासन ने आईटीआई घाट को चयनित किया है। प्रशासन की ओर से यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
श्रीनगर क्षेत्र में कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए पूर्व में श्रीकोट शिवालय के नीचे, शनि मंदिर के समीप अल्केश्वर घाट व भक्तियाना स्थित आईटीआई घाट को चयनित किया गया था। अल्केश्वर घाट व श्रीकोट घाट पर कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार पर स्थानीय निवासियों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। श्रीकोट निवासियों को कहना था कि शिवालय के समीप स्थित घाट पर नदी में पानी ना के बराबर है। जिससे यहां अंतिम संस्कार में दिक्कतें हों रही है। वहीं अल्केश्वर घाट के घनी आवासीय बस्ती के बीच होने के कारण स्थानीय निवासी यहां कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार का विरोध कर रहे थे। स्थानीय निवासियों का कहना था कि कोरोना संक्रमित शवों को परिजन पूर्ण रूप से नहीं जला रहे हैं। अधजले शवों के अंगों को कुत्ते व सुअर बस्ती के बीच ला रहे हैं। जिससे कोरोना संक्रमण का भय बना हुआ है। लोगों की आपत्ति पर प्रशासन ने इन दोनों घाटों को कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए मुक्त कर दिया था। केवल आईटीआई घाट पर ही कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। अब भक्तियाना के निवासियों ने भी यहां कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार पर आपत्ति जताई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां हर रोज बड़ी संख्या में शवों के अंतिम संस्कार से क्षेत्र में गंध व धुंवा फैल रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कोरोना संक्रमित सभी शवों का अंतिम संस्कार केवल आईटीआई घाट पर न किया जाए। स्थानीय निवासियों ने किसी वीरान स्थान पर शवों के अंतिम संस्कार किए जाने की मांग की है। स्थानीय निवासियों का कहना है जब तक वीरान स्थान चयनित नहीं हो जाता तब तक सभी घाटों पर व्यवस्थाएं जुटा कर अंतिम संस्कार किया जाए। वहीं एसडीएम श्रीनगर रविंद्र बिष्ट ने बताया कि आईटीआई घाट पर सभी व्यवस्थाएं जुटाई गई है। अब केवल आईटीआई घाट पर ही कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार कीे सामग्री की उपलब्धता की सूचना के लिए मोर्चरी व कोविड अस्पताल में फ्लैक्स लगया गया है। जिससे पीड़ित परिजनों को सामग्री जुटाने में दिक्कत नहीं होगी।