सुदूरवर्ती गांवों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे
उत्तरकाशी। जिले के कई सुदूरवर्ती गांवों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। प्रशासन ने गांवों में भी सैंपलिंग तेज कर संक्रमण पाए जाने पर कंटेनमेंट जोन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। ग्रामीण इलाकों में खांसी, जुखाम, बुखार की शिकायतें मिलने पर प्रशासन द्वारा सैंपलिंग कराई गई, जिसमें बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। हालांकि अधिकांश लोगों में कोविड के गंभीर लक्षण नहीं हैं। प्रशासन ने ज्यादा संख्या में कोरोना संक्रमित केस मिलने वाले गांवों को कंटेनमेंट जोन बनाकर वहां आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है। अभी तक प्रशासन ने 70 गांवों सहित कुल 85 कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह जिला अस्पताल पर निर्भर हैं। यहां बड़ी संख्या में कोविड मरीज भर्ती होने के कारण स्वास्थ्य विभाग को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के लोग निकटवर्ती सीएचसी और पीएचसी पर निर्भर हैं, लेकिन वहां पर्याप्त संसाधनों का अभाव बना हुआ है।
कोरोना की दूसरी लहर में जिले में हुई 29 मौतें
वॉर रूम में तैनात एसीएमओ डॉ. बिपुल बिस्वास ने स्वीकारा कि उत्तरकाशी जिले के ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उन्होंने बताया कि गंभीर लक्षण वाले कोविड मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है, जबकि शेष लोगों को होम आइसोलेट कर मेडिकल किट देकर उपचार की व्यवस्था की गई है। डॉ. बिस्वास ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में बीते 17 अप्रैल से अभी तक जिले में 29 कोविड मरीजों की मौत हुई है। इन सभी गंभीर रोगियों का अस्पताल में उपचार चल रहा था।