कोरोना के मामले 13 लाख के पार, 30 हजार से अधिक की मौत, 8 लाख से ज्यादा स्वस्थ
नई दिल्ली, एजेंसी । भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप निरंतर बढ़ता जा रहा है और अब तक तीस हजार आठ सौ से अधिक लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है तथा इससे संक्रमित कुल मरीजों की संख्या बढ़कर तेरह लाख से ज्यादा हो गई है। इनमें से 70 प्रतिशत संक्रमण के मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात से हैं।
कोरोना वायरस के वैश्विक आंकड़ों पर नजर रखने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर्स के मुताबिक शुक्रवार (24 जुलाई) रात करीब 7 बजकर 50 मिनट (भारतीय समयानुसार) तक कुल 30,821 लोगों को इस महामारी की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है, जबकि कोरोना वायरस के संक्रमित मामलों की देश में कुल संख्या 13,12,551 हो गई है, जिनमें से 8,31,059 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
एक दिन में 14 फीसदी नमूने पजीटिव निकले
दूसरी ओर, कोरोना की जांच बढ़ने के साथ ही नमूनों के पजीटिव होने की दर भी बढ़ रही है। बीते चौबीस घंटों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 14 फीसदी नमूने पजीटिव निकले हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के आंकड़ों को देखें तो बीचे चौबीस घंटों के दौरान कुल 352801 नमूनों की जांच की गई। इस दौरान कुल 49310 नमूने पजीटिव निकले हैं। इस प्रकार पजीटिव नमूनों का प्रतिशत करीब 14 फीसदी तक पहुंच गया है। हालांकि अब तक के कुल नमूनों की जांच के पजीटिव होने का प्रतिशत देखें, तो वह 8़3 फीसदी के करीब है। अब तक कुल 15428170 जांच हुई हैं और 1287945 लोग पजीटिव निकले हैं। जुलाई में नमूनों के पजीटिव होने की दर बढ़ रही है।
करीब एक महीने पूर्व की स्थिति देखें, तो 26 जून को नमूनों के पजीटिव होने की दर करीब 8 फीसदी थी। उस दिन 215446 नमूनों की जांच हुई थी और 17386 मामले पजीटिव निकले थे। इसी प्रकार विगत 14 जुलाई को 286247 नमूनों की जांच हुई थी और 28498 नमूने पजीटिव निकले थे। तब पजीटिव होने की दर करीब 10 फीसदी थी। नमूनों के पजीटिव होने की दर दस फीसदी से ज्यादा होना चिंताजनक माना जाता है।