कोरोना वैक्सीन के लिए कई देशों को भारत से उम्मीद, पाकिस्तान ने भी किया संपर्क
मुंबई, एजेंसी। कोरोना से जारी वैश्विक जंग में वैक्सीन के स्तर पर भी भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होने जा रही है। पैरासीटामोल और हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन (एचसीक्यू) दवा की तरह दुनिया के कई देश अब भारत से कोरोना वैक्सीन लेने की उम्मीद कर रहे हैं। कई देशों ने तो सरकारी स्तर पर भारत सरकार से संपर्क भी साधना शुरू कर दिया है। भारत में वैक्सीन लगने की औपचारिक शुरुआत के माह भर के भीतर भारत सरकार वैक्सीन निर्यात की इजाजत दे सकती है। फिलहाल यह निर्यात सरकारी स्तर पर होगा। भारत सरकार के कहने पर वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां तय मात्रा में दूसरे देशों को वैक्सीन की आपूर्ति करेंगी।
कोरोना से जंग में भारत की तरफ से 50 से अधिक देशों को पैरासीटामोल, एचसीक्यू व अन्य दवाइयों की आपूर्ति की गई। वैक्सीन आपूर्ति के मामले में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की तरफ से दुनिया में अग्रणी भूमिका निभाने की बात कह चुके हैं। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक, ब्राजील व मैक्सिको जैसे देशों से भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन को लेकर पूछताछ की गई है। कई अन्य देश भारत में औपचारिक तौर पर वैक्सीन लगने की शुरुआत का इंतजार कर रहे हैं। बांग्लादेश पहले से ही भारतीय वैक्सीन का इंतजार कर रहा है।
फार्मा एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष दिनेश दुआ ने बताया कि वैक्सीन निर्यात को लेकर सरकार के स्तर पर काउंसिल से पूछताछ की गई है। उन्होंने बताया कि मैक्सिको से भी वैक्सीन को लेकर लगातार फोन आ रहे हैं। वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से संपर्क के लिए आधिकारिक जानकारी मांगी जा रही है। मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक देश में वैक्सीन लगने की औपचारिक शुरुआत के बाद भारत के साथ दोस्ताना व्यवहार रखने वाले देशों में निर्यात की इजाजत दी जा सकती है। लेकिन आरंभ के महीनों में सरकार की निगरानी में ही सीमित रूप से वैक्सीन का निर्यात किया जा सकेगा। वैक्सीन सिर्फ उन्हीं देशों को भेजी जाएंगी, जिनके लिए सरकार की तरफ से मंजूरी होगी। सूत्रों के मुताबिक वैक्सीन लगने के शुरुआती महीनों में देश में ही अधिकतर वैक्सीन की खपत हो जाएगी। दूसरी महत्वपूर्ण बात है कि आरंभ में निर्यात की खुली इजाजत मिलने से वैक्सीन की कमी की आशंका बनी रहेगी। हालांकि गत मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव ने वैक्सीन के निर्यात पर किसी प्रकार के प्रतिबंध नहीं होने की बात कही थी।सूत्रों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन को लेकर पाकिस्तान भी भारतीय फार्मा जगत से संपर्क की कोशिश में हैं। नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर फार्मा उद्यमी ने बताया कि पाकिस्तानी फार्मा उद्यमी यह चाह रहे हैं कि दुबई तक वैक्सीन पहुंचा दी जाए, फिर वे खुद ही दुबई से पाकिस्तान ले जाने का इंतजाम कर लेंगे। फार्मा उद्यमी ने बताया कि इस प्रकार से कई दवाओं की सप्लाई पाकिस्तान में होती है।
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