19 विपक्षी दल लामबंद: सोनिया बोलीं& 2024 में हमें भाजपा के खिलाफ साथ आना होगा] 20 सितंबर से देशभर में प्रदर्शन

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नई दिल्ली] एजेंसी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी शुक्रवार को विपक्षी दलों के नेताओं व विपक्ष शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में देश के राजनीतिक हालात और विपक्ष की भावी रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि हमारा अंतिम लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव हैं] स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों में विश्वास करने वाली सरकार देने के लिए व्यवस्थित रूप से योजना बनानी होगी। शाम साढ़े चार बजे शुरू हुई बैठक करीब तीन घंटे चली।
सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि इस समय विपक्षी दलों की एकजुटता राष्ट्रहित की मांग है और कांग्रेस अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखेगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी विपक्षी दलों का आह्वान किया कि देश के लोकतांत्रिक सिद्घांतों को बचाने के लिए सभी को साथ मिलकर काम करना चाहिए।
सोनिया ने कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों के नेताओं की डिजिटल बैठक में संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान दिखी विपक्षी एकजुटता का उल्लेख किया और कहा] ‘‘मुझे भरोसा है कि यह विपक्षी एकजुटता संसद के आगे के सत्रों में भी बनी रहेगी। परंतु व्यापक राजनीतिक लड़ाई संसद से बाहर लड़ी जानी है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा] ‘‘निश्चित तौर पर ळ्हमाराव् लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है। हमें देश को एक ऐसी सरकार देने के उद्देश्य के साथ व्यवस्थिति ढंग से योजना बनाने की शुरुआत करनी है कि जो स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और संविधान के सिद्घांतों एवं प्रावधानों में विश्वास करती हो।’’
उन्होंने विपक्षी दलों का आह्वान किया] ‘‘ यह एक चुनौती है] लेकिन हम साथ मिलकर इससे पार पा सकते हैं और अवश्य पाएंगे क्योंकि मिलकर काम करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हम सभी की अपनी मजबूरियां हैं] लेकिन अब समय आ गया है जब राष्ट्र हित यह मांग करता है कि हम इन विवशताओं से ऊपर उठें।’’ सोनिया कहा] ‘‘देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ अपने व्यक्तिगत और सामूहिक संकल्प पर फिर जोर देने का सबसे उचित अवसर है। मैं यह कहूंगी कि कांग्रेस की तरफ से कोई कमी नहीं रहेगी।’’
अनलाइन बैठक के बाद जारी साझा बयान में कहा गया है कि सभी 19 दल 20 से 30 सितंबर तक पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेंगे। साझा बयान में तीनों षि कानूनों को वापस लेने और राजनीतिक बंदियों को रिहा करने की मांग की गई है।
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सुझाव दिया कि विपक्ष के नेताओं का एक कोर ग्रुप बनना चाहिए] जो कि साझा कार्यक्रमों व आंदोलनों पर निर्णय करे। ममता ने विपक्षी नेताओं से कहा वे अपने मतभेद अलग रखें और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करने के लिए एकजुट होकर काम करें।
लंबे अरसे बाद हो रही विपक्ष की साझा बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डा़ मनमोहन सिंह व कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हैं। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन] टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी] शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे] राकांपा नेता शरद पवार] लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव] माकपा नेता सीताराम येचुरी शामिल हैं। बैठक में सपा की ओर से कोई शामिल नहीं हुआ।
कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई इस अहम बैठक में कुल 19 दलों के नेताओं के भाग लेने की सूचना है। ये दल हैं& कांग्रेस] टीएमसी] द्रमुक] एनसीपी] शिवसेना] झारखंड मुक्ति मोर्चा] माकपा] भाकपा] नेशनल कांफ्रेंस] राजद] एआईयूडीएफ] विदुथलाई चिरुथाईगल कताची] लोकतांत्रिक जनता दल] जेडीएस] आरएलडी] आरएसपी] केरल कांग्रेस एम] पीडीपी व आईयूएमएल।

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