कोविड केयर सेंटर को लेकर छात्रसंघ और जिला प्रशासन की वार्ता विफल
बागेश्वर। पंडित ब्रदीदत्त पांडे राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बन रहे कोविड केयर सेंटर को लेकर जिला प्रशासन और छात्रसंघ के मध्य हुई वार्ता विफल हो गई है। छात्रसंघ ने जिला प्रशासन को कई खाली पड़े भवन भी सुझाए। वहीं, प्रशासन ने कहा कि कालेज में कोविड केयर सेंटर को लेकर लगभग 60 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। ऐसे में केयर सेंटर नहीं हटा सकते हैं। इसके बाद छात्र धरने पर बैठ गए और प्रशासन ने सर्वे का काम शुरू कर दिया। कोविड-19 केयर सेंटर कालेज परिसर में बनने को लेकर छात्रसंघ लंबे समय से आंदोलित है। बुधवार को अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी राकेश चंद्र तिवारी समेत तमाम अधिकारी छात्रसंघ से वार्ता को कालेज पहुंचे। लगभग एक घंटे की वार्ता हुई। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि ताइक्वांडो इंडोर स्टेडियम, पुराना सीएमओ कार्यालय, चंडिका के समीप आकाशवाणी का भवन आदि सभी खाली हैं। इन स्थानों पर कोविड केयर सेंटर को शिफ्ट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पीजी कालेज खुलने वाला है। छात्र-छात्राओं की गतिविधियां बढ़ेंगी। कोविड केयर सेंटर बनने से आवासीय और पुस्तकालय आदि जाने वालों को परेशानी होगी। वहीं, प्रशासन ने कहा कि आपदा के दौरान वह किसी भी भवन का अधिग्रहण कर सकते हैं। इसके तहत कालेज परिसर को कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। वार्ता विफल रहने पर छात्र धरने पर बैठ गए और प्रशासन ने सर्वे का काम शुरू कर दिया। इधर, छात्रसंघ अध्यक्ष जोशी ने बताया कि इस मसले को लेकर कुलपति से भी फोन पर वार्ता हुई है। उन्होंने कहा कि पहले से कालेज परिसर में पीएसी रह रही है। कालेज परिसर में पुलिस और मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था प्रशासन कर सकता है। लेकिन मरीजों को यहां रखने से बीमारी के संक्रमण की आशंका रहेगी। इस मौके पर छात्रसंघ उपाध्यक्ष जयदीप कुमार, अर्जुन थापा, गोविद चंदोला, रोहित, सचिन कठायत, रविद्र सिंह, हिमांशु जोशी के अलावा प्रभारी प्राचार्य लक्ष्मण सिंह देव, पुलिस उपाधीक्षक महेश चंद्र जोशी, अनिल नयाल आदि मौजूद थे।