उत्तराखंड में एक हफ्ते बढ़ा कोविड कर्फ्यू
देहरादून। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बावजूद उत्तराखंड में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि को वर्तमान रियायत के साथ एक हफ्ते आगे बढ़ा दी गई है। इस दौरान रात्रि में आवाजाही को लेकर सख्ती बरतने पर खास फोकस रहेगा। इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में वर्तमान में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि 10 अगस्त को सुबह छह बजे खत्म हो रही है। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के मद्देनजर कर्फ्यू में तमाम रियायतें दी गई हैं।
शासन ने 26 जुलाई को प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि चार अगस्त सुबह छह बजे तक बढ़ा दी थी। हालांकि, वर्तमान में लागू कोविड कर्फ्यू में सरकार ने तमाम रियायत दी हैं। बाजार हफ्ते में छह दिन सुबह आठ से रात्रि नौ बजे तक खुल रहे हैं। सरकारी कार्यालय सौ फीसद क्षमता के साथ खुले रहे हैं तो राज्य के भीतर आवाजाही में टूट दी गई है। अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को भी राहत दी गई है। अन्य राज्यों के जिन व्यक्तियों ने 15 दिन पहले कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हों, उन्हें कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता से टूट दी गई है। अलबत्ता, जिनके पास कोविड वैक्सीनेशन का फाइनल प्रमाणपत्र नहीं होगा, उनके लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। शापिंग माल, जिम आदि खुले हैं तो खेलकूद, सामाजिक, राजनीतिक गतिविधियों की भी अनुमति पहले ही दे दी गई है। अब सरकार के फैसले के अनुरूप कोविड कर्फ्यू को 17 अगस्त सुबह छह बजे तक बढ़ाने के संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास से जन जागरण अभियान के अंतर्गत जल जीवन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस यात्रा का आयोजन सामाजिक संगठन महादेव सेना एवं ग्राम स्वराज संस्थान द्वारा किया जा रहा है। 16 अगस्त तक चलने वाली इस यात्रा में शिवालयों में जलाभिषेक कर स्वच्छता, नशामुक्ति तथा जल संरक्षण की शपथ दिलाई जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अनमोल ग्राम स्वराज संस्थान द्वारा स्वच्छता, नशा मुक्ति एवं जल संरक्षण की दिशा में यह अच्छी पहल की जा रही है। जल संरक्षण की दिशा में अभी और प्रयास करने की जरूरत है। स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में सबको मिलकर आगे बढना होगा। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, जल जीवन यात्रा के संयोजक राजेंद्र सेमवाल शास्त्री, गीता बिष्ट, गोविंद भट्ट, ललित मनराल, कुसुम कंडवाल, सूरज लोहनी एवं मीरा बजाज भी उपस्थित थे।