क्रिकेट एसोसिएशन पर लगाया भेदभाव का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पौड़ी पर अभिभावकों ने भदेभाव का आरोप लगाया है। अभिभावकों का कहना है कि चयन प्रक्रिया में बच्चों के साथ भेदभाव किया गया है। टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की अनदेखी की गई है। अभिभावकों ने प्रदेश के खेल मंत्री अरविन्द पाण्डे को ज्ञापन भेजकर दोबारा से प्रदेश स्तर से टीम गठित कर पुन: ट्रायल कराने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से प्रदेश के खेल मंत्री अरविन्द पाण्डे को भेजे ज्ञापन में शैलेन्द्र प्रसाद, अमित चौहान, सतीश रावत ने कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड बोर्ड के अण्डर-19 आयु वर्ग बालक टीम में धांधली हो रही है। जो चयनकर्ता है वे बच्चों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार कर रहे है। जो बच्चे ट्रायल में खेले भी नहीं है उन बच्चो को चयन टीम में किया गया है। जिस कारण जो बच्चे अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे उन बच्चों का मनोबल खेल के प्रति टूट रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है, जबकि जो बच्चे अपने थे उन्हें अंदर रखा गय। साथ ही टीम में रखने के लिए कई बार मौका दिया गया। इसके बावजूद बच्चों को धमकी दी गयी कि अगर कोई बच्चा विरोध करेगा तो उस पर दो वर्षों का प्रतिबन्ध लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन के पौड़ी जनपद के अध्यक्ष और सचिव वर्ष में सिर्फ ट्रायल कराने के लिए ही उपस्थित होते है बाकी वर्ष भर नदारत रहते है। अभिभावकों ने खेल मंत्री से इसका संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है।