पुनाड़ पांडव चौक में पांडव नृत्य देखने उमड़ी लोगों की भीड़
रुद्रप्रयाग। पांडव नृत्य एवं शिव समिति के सहयोग से जिला मुख्यालय स्थित पुनाड़ में चल रहे पांडव नृत्य में प्रतिदिन दर्शकों को भीड़ उमड़ रही है। पांडव पश्वा अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य कर दर्शकों को आनंदित कर रहे है। 25 दिसम्बर को मोरी डाली कौथिग के साथ पांडव नृत्य का विधिवत समापन होगा। बीते 4 दिसम्बर से पुनाड पांडव चौक में पांडव नृत्य का आयोजन शुरू किया गया। जबकि 8 दिसम्बर को अस्त्र-शस्त्रों के साथ पांडवों ने नृत्य शुरू किया था। प्रतिदिन सैकडों की संख्या में दर्शक पहुंचकर पुण्य अर्जित कर रहे है। रविवार को भूमियाल देवताओं के स्मरण के बाद ढोल वादकों ने हनुमान, भीम, श्रीष्ण, युद्घिष्ठर, अर्जुन, नागमल, नकुल, सहदेव व द्रोपती के पश्वाओं को जागृत किया। जिसके बाद पांडव पश्वों ने बाणों के साथ अपने अस्त्र शस्त्रों के साथ नृत्य किया। लगभग दो घंटे तक चले पांडव नृत्य में पांडवों ने लोगों को खूब आनंदित किया। इस दौरान हनुमान का पश्वा भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। प्रतिदिन दिन एवं रात दोनों समय पांडव अस्त्र शस्त्रों के साथ नृत्य कर रहे है। क्षेत्रीय लोगों को धार्मिक अनुष्ठान को लेकर खासा उत्साहित है। और इस कार्यक्रम सफल बनाने में अपनी अहू भूमिका निभा रहे है। पांडव नृत्य एवं शिव समिति के अध्यक्ष प्रकाश गोस्वामी, सचिव सुनील नौटियाल एवं कोषाध्यक्ष विक्रम कप्रवाण ने बताया कि पांडव नृत्य में 22 दिसम्बर को पहला सिरोता, 23 दिसम्बर को पांडवों का गंगा स्नान, 24 दिसम्बर को दूसरा सिरोता हाथी पूजन व पांडवों की केदारनाथ यात्रा तथा 25 दिसम्बर को मोरी डाली कौथिग के साथ पांडव नृत्य का समापन किया जाएगा। उन्होंने ने नगर की समस्त जनता से अधिक से अधिक संख्या में पांडव नृत्य देखने के लिए पांडव चौक आने का आह्वान किया है।