ऋषिकेश। यूपी के रामपुर में तैनात सीआरपीएफ के हवलदार का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। सोमवार को यमकेश्वर मल्ला बणास निवासी जवान का उनके पैतृक घाट पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में यमकेश्वर क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। सोमवार सुबह सीआरपीएफ मुरादाबाद ग्रुप सेक्टर के रामपुर में हवलदार के पद पर तैनात सुखबीर सिंह बिष्ट पुत्र स्व. चतर सिंह बिष्ट का लंबी बीमार के चलते गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया। दिल्ली सीआरपीएफ 200 बटालियन की टीम सोमवार को उनका शव लेकर निवास स्थान पर पहुंची। यहां पर सैनिक सम्मान के साथ गौहरी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया। उनके पुत्र सूरज ने चिता को मुखाग्नि दी। सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया की सुखबीर सिंह 1997 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। साल 2016 में श्रीनगर के पंथा चौक पर वे डयूटी पर तैनात थे। इस बीच उग्रवादी हमले में उन्हें पांच गोलियां लगी थी। इसमें उनके आठ साथी भी शहीद हो गए। बताया की तब से सुखबीर सिंह की हालत खराब चल रही थी। लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था। रविवार को उपचार के दौरान की उनकी मौत हो गई। उनके परिवार में पत्नी कृष्णा देवी, बेटा सूरज, बेटिया प्रिया व दीया है। अंतिम यात्रा में तहसीलदार मंजीत सिंह, जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़, लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक प्रमोद उनियाल, ग्राम प्रधान बचन सिंह बिष्ट, ब्लॉक ज्येष्ठ प्रमुख दिनेश भट्ट, धनवीर बिष्ट, हुकुम सिंह, रविंद्र, लक्ष्मण, मनोज आदि क्षेत्रवासी शामिल हुए।