हिंदू नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से पूर्व निकाली गई झांकी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शनिवार को हिंदू नव वर्ष चैत्र शुल्क प्रतिपदा से पूर्व शहर में भव्य सांस्कृतिक झांकी निकाली गई। झांकी में मौजूद स्कूली बच्चों व कीर्तन मंडली से जुड़ी महिलाओं ने संस्कृति के संरक्षण का संदेश दिया। इसके उपरांत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
भारतीय नव वर्ष अभिनंदन समारोह समिति के नेतृत्व में हिंदू पंचायती धर्मशाला से बदरीनाथ मार्ग स्थित प्रेक्षागृह तक सांस्कृतिक झांकी निकाली गई। झांकी में मौजूद महिलाएं पहाड़ी परिधान पहनकर सिर में कलश लेकर चल रही थी। इसके उपरांत प्रेक्षागृह में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि महापौर शैलेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए गंभीरता से कार्य करना चाहिए। कहा कि नव संवत्सर सनातन संस्कृति का सबसे बड़ा पर्व है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही सृष्टि की रचना हुई थी। कार्यक्रम के दौरान कीर्तन मंडली व स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर महासचिव चंद्रप्रकाश नैथानी, डा. पदमेश बुड़ाकोटी, महानंद ध्यानी, पंकज ध्यानी, शशि भूषण अमोली, सीपी डोबरियाल, महानंद ध्यानी आदि मौजूद रहे।