प्रकृति के संरक्षण पर निर्भर करती है संस्कृति और भविष्य: धन सिंह
ऋषिकेश। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि हमारी संस्कृति और भविष्य की संतति प्रकृति के संरक्षण पर निर्भर करती है। इसलिये हम सबकी की जिम्मेदारी है कि हम अपने आस-पास के पर्यावरण को सुरक्षित और स्वच्छ रखें। रविवार को आयुर्वेद केन्द्र पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत परमार्थ निकेतन पहुंचे। सभी ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती की अगुवाई में गंगा आरती व गंगा पूजन किया और राज्य की समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इसके बाद आचार्य बालकृष्ण और मंत्री डा. धन सिंह रावत ने स्वामी चिदानंद सरस्वती से पर्यावरण संरक्षण संबंधित चर्चा की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि आपदा जोखिमों को कम करने का एक ही मंत्र है प्रकृति है तो प्रगति है; प्रकृति है तो संस्कृति है और प्रकृति है तो संतति है। वर्तमान समय में जब पूरा विश्व तेजी से विकास की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे में यह जरूरी है कि हम प्रकृति के महत्व को समझें और उसकी रक्षा करें।