सीडब्ल्यूसी नहीं श्परिवार बचाओ कार्यसमितिश्रू भाजपा का तंज, कहा- कांग्रेस ने आंतरिक कलह पर कोई जवाब नहीं दिया
नई दिल्ली , एजेंसी। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस कार्यसमिति की शनिवार को हुई बैठक को लेकर तंज किया है। उन्होंने कहा कि यह सीडब्ल्यूसी नहीं बल्कि श्परिवार बचाओ कार्यसमितिश् है। कांग्रेस ने आंतरिक कलह और नेतृत्व विफलताओं के मुद्दों का कोई जवाब नहीं दिया और झूठ फैलाने में लिप्त रही।
भाटिया ने कुंडली बर्डर पर जारी किसान आंदोलन के दौरान अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति की निर्मम हत्या पर प्रतिक्रिया नहीं देने के लिए कांग्रेस की आलोचना की उन्होंने सवाल किया कि क्या विपक्षी दल हत्या के पीटे श्तालिबानी मानसिकताश् के साथ खड़ा है? भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अराजक तत्व किसानों को अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की घटिया राजनीति के लिए विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इस अहम मुद्दे पर चुप्पी साधे रखेगी, क्योंकि यह उनकी राजनीति के अनुकूल नहीं है।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के दौरान सोनिया गांधी के बयान कि वह अध्यक्ष हैं और मीडिया के जरिए उनसे बात करने की जरूरत नहीं है, इस पर तंज करते हुए भाटिया ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि यह श्कांग्रेस वर्किंग कमेटीश् कम और परिवार बचाओ वर्किंग कमेटी ज्यादा है।
भाटिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस फिर झूठ और भ्रम फैलाने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब और राजस्थान में विरोध कर रहे किसानों के एक समूह पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। पंजाब द्वारा लाया गया कांट्रेक्ट फार्मिंग कानून कहता है कि समझौते को तोड़ने के लिए किसानों को गिरफ्तार किया जा सकता है। यह एक काला कानून है और कांग्रेस अध्यक्ष को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसे वापस लिया जाए।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा कि सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों को कोरोना वैक्सीनेशन हो गया है, इससे कोविड-19 के बाद यह पहली फिजिकल बैठक हो सकी, लेकिन वह यह भूल गईं कि मोदी सरकार की टीकाकरण नीति की कांग्रेस ने खूब आलोचना की थी। कांग्रेस को कम से कम वैज्ञानिकों व डक्टरों को तो धन्यवाद देना था, क्योंकि देश में टीकाकरण का आंकड़ा जल्द 100 करोड़ पर पहुंचने वाला है।
भाटिया ने कहा कि सोनिया गांधी 21 महीने से अधिक समय से अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली नहीं गई हैं। इसके लिए उनकी आलोचना करते हुए भाटिया ने आरोप लगाया कि वह एक सांसद के रूप में विफल रही हैं।