रुद्रपुर। कोतवाली क्षेत्र के बिल्हैरी चकरपुर निवासी एनएचपीसी के सेवानिवृत्त प्रबंधक साइबर ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने उन्हें भयभीत कर 18 लाख रुपये हड़प लिए। तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के बैंक खाते में धनराशि होल्ड करा दी है। बिल्हैरी चकरपुर निवासी अखिलानंद उप्रेती एक वर्ष पहले एनएचपीसी से प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 4 सितंबर को उन्हें फोन पर जानकारी दी गई कि दिल्ली स्थित केनरा बैंक के उनके खाते से मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है। इस आधार पर उनके सभी खातों और संपत्तियों की जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की जानी बताई गई। कॉल करने वालों ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए राहुल गुप्ता नामक व्यक्ति को जांच अधिकारी बताया। इसके बाद पीड़ित को व्हाट्सएप पर कथित कोर्ट आदेश और गिरफ्तारी वारंट भेजे गए और अकेले ही बातचीत करने के लिए दबाव बनाया गया। ठगों ने यह कहते हुए भयभीत किया कि उनके सबसे बड़े खाते की जांच सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट से की जाएगी, जिसके लिए उन्हें आरटीजीएस के माध्यम से धनराशि ट्रांसफर करनी होगी। दबाव में आकर उप्रेती ने 6 सितंबर को अपने एसबीआई चकरपुर खाते से 18 लाख रुपये लखनऊ स्थित एक बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जिन नंबरों से संपर्क किया गया था, वे बंद हो गए। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने कोतवाली खटीमा में तहरीर सौंपकर रिपोर्ट दर्ज करने, धनराशि वापसी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के बैंक खाते में धनराशि होल्ड करा दी है।