उत्तराखंड

दुग्ध संघ में 30 लाख की अनियमितता में डेयरी सहायक निदेशक निलंबित

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हल्द्वानी। नैनीताल-लालकुआं दुग्धसंघ के तत्कालीन जीएम और वर्तमान में डेयरी विकास विभाग के सहायक निदेशक निर्भय नारायण सिंह को शासन के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। उन पर 2023 में लालकुआं दुग्धसंघ के कार्यों में 30,04,480 रुपये की वित्तीय अनियमितता का आरोप है। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और डेयरी विकास विभाग के सहायक निदेशक लीलाधर की जांच में आरोप सही साबित हुए। शासन ने उन्हें दोषी मानते हुए शनिवार को यह कार्रवाई की है। सचिव डॉ. बीबीआरसी पुरुषोत्तम के निर्देश पर निलंबन को तत्काल लागू कर दिया गया है। ध्यान रहे 7 मई 2024 में कुमाऊं कमिश्नर की जांच के बाद निर्भय नारायण सिंह जीएम पद से हटा दिया गया था। सहायक निदेशक निर्भय नारायण सिंह चर्चा में तब आए जब साल 2023 में एक आरटीआई कार्यकर्ता ने आरटीआई के माध्यम से जानकारी लेकर शासन में साक्ष्यों के साथ शिकायत की। आरोप था कि दुग्धसंघ के सामान्य प्रबंधक के पद पर बने रहने के दौरान निर्भय नारायण सिंह ने टेंडर वितरण, सूचना प्रकाशन, पशमीना रजाई खरीद और कमेटी के दक्षिण भारत भ्रमण में दुग्धसंघ की कमाई के 30,04,480 रुपये अनावश्यक खर्च कर घोटाला किया है। जनवरी 2024 में इस मामले की जांच कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को सौंपी गई। जांच में तत्कालीन जीएम पर लगाए गए सभी आरोप सही साबित हुए। इसके बाद मामले की विभागीय जांच शुरू हुई। यह जांच डेयरी विकास विभाग के सहायक निदेशक लीलाधर सागर ने की। उनकी रिपोर्ट में आरोप दोबारा साबित हुए और दोषी के नाम समेत पूरी जांच रिपोर्ट सितंबर 2024 में शासन को भेजी गई थी। शनिवार को सामने आए सचिव के पत्र के अनुसार दुग्ध संघ में उत्तराखंड अधिप्राप्ति नियमावली, 2017 के नियम 10(1), 10 (3), 10 (5) एवं 10 (2) का उल्लंघन करते हुए करीब 30 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितताएं होने के आरोप का दोषी मानते हुए सहायक निदेशक निर्भय नारायण सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी दिए गए हैं। वहीं निलंबन के दौरान उन्हें निदेशक कार्यालय में संबद्ध करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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