बांध प्रभावित तिवाड़ और मरोड़ा के लोगों ने भूमि मांगी
नई टिहरी। उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति के पदाधिकारियों ने पुनर्वास नीति के तहत बांध प्रभावित तिवाड़ और मरोड़ा गांव के ग्रामीणों की झील में डूबी भूमि के बदले भूमि देने की मांग की है। ग्रामीणों ने जल्द मांग पूरी न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति के अध्यक्ष कुलदीप पंवार और महासचिव दिनेश सिंह ने बताया कि तिवाड़ और मरोड़ा गांव के ग्रामीण बीते कई वर्षों से पुनर्वास नीति के तहत ग्रामीणों की झील में डूबी भूमि के बदले भूमि आवंटन की मांग करते आ रहे हैं। बताया इस संबंध में बीते 23 जुलाई 2022 को टीएचडीसी और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की बैठक हुई थी, बैठक में निर्णय लिया गया था, कि आगामी तीन माह में ग्रामीणों को भूमि आंवटित कर दी जाऐगी, लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को भूमि आंवटित नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया पुनर्वास विभाग की ओर ग्रामीणों को गौरण तोक में दी जाने वाली भूमि का निरीक्षण भी किया गया है,लेकिन टीएचडीसी मामले को लटकाने में लगी है,जिससे ग्रामीणों में रोष बना है। कहा जल्द ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं होती है, तो ग्रामीण आगामी 19 अप्रैल से भागीरथी पुरम स्थित टीएचडीसी के मुख्य प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठने को बाध्य होंगे। उन्होंने पुनर्वास निदेशक से जल्द मामले के निस्तारण की मांग की है।