बेस अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, स्वास्थ्य सेवाओं पर खड़े हुए सवाल
अस्पताल से हायर सेंटर ले जाने के दौरान महिला ने तोड़ा दम
सीएमएस के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम करेगी पूरे मामले की जांच
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: भले ही 21वीं सदी में भारत चांद पर पहुंच गया हो। लेकिन, आज भी बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाएं आमजन के जीवन पर भारी पड़ रही है। ऐसा ही कुछ मामला राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में देखने को मिला है। जहां प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। गर्भवती के पेट में दो जुड़वा बच्चे थे, जिसमें से एक का तो सुरक्षित प्रसव कर लिया गया था। बेस अस्पताल में हुई इस घटना ने कोटद्वार शहर की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पदमपुर निवासी मनीषा को प्रसव पीड़ा होने पर दो दिन पूर्व राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने गर्भवती मनीषा का बीपी सहित अन्य स्वास्थ्य परीक्षण करवाया और उसका आपरेशन शुरू कर दिया। आपरेशन के दौरान चिकित्सकों ने मनीषा के पेट में जुड़वा बच्चों में से एक का सफल प्रसव किया गया। जबकि, दूसरे बच्चे की पेट में ही मौत हो गई थी। मृत बच्चे को भी पेट से बाहर निकालने के बाद चिकित्सकों ने महिला को गायनिक वार्ड में शिफ्ट कर दिया। लेकिन, अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। चिकित्सकों ने स्वजनों को महिला को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी। लेकिन, हायर सेंटर ले जाने के दौरान महिला की मौत हो गई। सीएमएस विजयेश भारद्वाज ने बताया कि मामले की जांच के लिए चिकित्सकों की टीम गठित की गई है।