उत्तराखंड के परिवहन मंत्री का निधन, तीन दिन का राजकीय शोक घोषित
देहरादून। प्रदेश के परिवहन कल्याण मंत्री बागेश्वर के विधायक चंदन राम का राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ। वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पूर्व एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। 1980 से राजनीति जीवन की शुरूआत की।
बुधवार को भाजपा ने अपना एक कर्मठ नेता खो दिया। चंदन रामदास लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इससे पहले भी विधानसभा सत्र के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। तब उन्हें सत्र छोड़कर जाना पड़ा था। बुधवार को एक बार फिर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी। उन्हें जिला अस्पताल बागेश्वर में भर्ती कराया गया था। दोपहर करीब 1:00 बजे सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल भर्ती किया गया है।
उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर मिलने पर जिला मुख्यालय में बैठक छोड़कर जिले के प्रभारी मंत्री सौरव बहुगुणा, डीएम एसपी समेत तमाम आला अधिकारियों का अस्पताल में जमावड़ा लग गया। कुछ देर बाद उनके निधन की खबर सामने आई।
2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्ररेणा पर चंदन रामदास भाजपा में शामिल हुए थे। 2007, 2012, 2017 और 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए। उनके निधन पर 26 से 28 अप्रैल तक प्रदेश में राजकीय शोक घोषित किया गया है।
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया शोक व्यक्त
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास जी के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय चंदन राम दास एक लोकप्रिय एवं मृदुभाषी जनप्रतिनिधि के साथ-साथ एक कुशल प्रशासक थे। उनका निधन हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों की प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
सीएम धामी ने किया
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा मंत्रिमंडल में हमारे वरिष्ठ साथी चंदन राम दास जी का निधन पूरे प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने समाज में गरीबों, शोषितों, पिछड़ों के लिए और आम आदमी की भलाई के लिए संपूर्ण जीवन कार्य किया। वे एक संघर्षशील नेता थे। उन्होंने हमेशा समाज के अंतिम छोर में खड़े लोगों की आवाज को उठाने और समाधान की ओर ले जाने का कार्य किया। उनका सरल, सहज एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व था।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा को सभी प्रदेशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों एवं शुभचिंतकों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
हमेशा खलती रहेगी उनकी कमी : महाराज
देहरादून। प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, सिंचाई, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड सरकार में अपने सहयोगी कैबिनेट मंत्री, बागेश्वर विधानसभा से विधायक चन्दन राम दास के आकस्मिक निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। महाराज ने कहा कि कैबिनेट मंत्री, बागेश्वर विधानसभा से विधायक चन्दन राम दास पिछले कुछ समय से एनीमिया और शुगर की बीमारी से ग्रस्त थे लेकिन उसके बावजूद भी उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा था। अचानक इस तरह से उनका हमें छोड़ कर चले जाना हम सभी को स्तब्ध कर रहा है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। महाराज ने कहा कि कैबिनेट मंत्री, बागेश्वर विधायक चन्दन राम दास विशाल व्यक्तित्व के धनी होने के साथ-साथ अपने समाज, क्षेत्र और पूरे उत्तराखंड के लिए कार्य करते थे। उनका इस तरह अकस्मात चले जाना हम सभी के लिए बहुत ही दुखद है। उनका अभाव हमेशा खलता रहेगा, इसकी क्षतिपूर्ति संभव नहीं है।