नई दिल्ली। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि पिछले वर्ष पांच अगस्त को जब छात्र आंदोलन के दौरान उनकी अवामी लीग सरकार को गिराया गया था तो मौत उनसे एवं उनकी छोटी बहन शेख रेहाना से सिर्फ 20 से 25 मिनट के फासले पर थी। अवामी लीग पार्टी ने अपने फेसबुक पेज पर एक संक्षिप्त ऑडियो नोट प्रसारित किया है। इसमें शेख हसीना ने अपनी जान बचाने के लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा किया है।
कुछ बड़ा काम करवाना है… इसलिए अल्लाह ने बचाया
उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया है कि कैसे पहले भी दो बार उन पर जानलेवा हमला हो चुका है और वह बाल-बाल बच गई थीं। उन्होंने कहा कि शायद अल्लाह मुझसे कुछ बड़ा काम करवाना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने मेरी जान बचाई है।