देहरादून नगर पालिका के 14 वें अध्यक्ष रहे दीनानाथ सलूजा का निधन
देहरादून। देहरादून नगर पालिका में 15 फरवरी 1989 से 7 फरवरी 1994 तक अध्यक्ष रहे दीनानाथ सलूजा का निधन हो गया। वह करीब 80 साल के थे।
देहरादून नगर पालिका (अब नगर निगम) के अध्यक्ष रहे दीनानाथ सलूजा का निधन हो गया। सोमवार सुबह उन्घ्होंने अंतिम सांस ली। उनका निधन सुबह 8रू15 बजे हुआ। उनकी स्मृति में सुबह 11 बजे नगर निगम में शोक सभा होगी। शाम चार बजे उनकी अंतिम यात्रा लखीबाग श्घ्मशान घाट के लिए रवाना होगी।
वह कई संगठनों के संरक्षक, अध्यक्ष रहे व नेशनल न्यूज एजेंसी, दून क्लासीफाइड के स्वामी थे। पलटन बाजार में उनकी शप कई पुराने लोगों के बैठने का ठिया होती थी। दून के सामाजिक, साहित्यिक व सांस्तिक जगत में उनका योगदान अभूतपूर्व रहा। वह कुल 4 साल, 357 दिन दून के नगर पालिका अध्यक्ष रहे। वह दून के आखिरी ऐसे अध्यक्ष रहे जिनका चुनाव सभासदों के वोट से होता था। करीब दो-ढाई साल से गंभीर रुप से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर दूनवासियों में शोक की लहर है। उनका निवास राजपुर रोड में डीएम आवास के पास में था। 89-90 और कुछ हद तक डेढ़ दशक पहलेतक दीनानाथ सलूजा दूनघाटी के सामाजिक-सांस्तिक और गैर राजनीतिक मंचों का प्रमुख चेहरा थे।
उत्तराखंड आंदोलन के शुरुआती दौर में भी वह प्रत्यक्ष और बाद में परोक्ष रूप से सक्रिय रहे। देहरादून में आंदोलन के संचालन के लिए एकदम शुरूआत में बनी संघर्ष समिति के निर्माण में भी उनकी भागीदारी रही। नगर निगम परिसर स्थित लाला जुगमंदर दास प्रेक्षागृह (टाउनहाल) का पहली बार आधुनिकीकरण दीनानाथ सलूजा के ही कार्यकाल में किया गया था।