लोकतंत्र की रक्षा को कांग्रेस का साथ देंरू हरीश रावत
नई टिहरी। उतराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत शनिवार को सत्यौं पहुंचे। सत्यौं इंटर कालेज प्रांगण में आम सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह क्रांतिकारियों की भूमि है। यहां से निरकुंश व तानशाही के खिलाफ बिगुल बजा है। आज भी तानाशाहियों के खिलाफ एक और बिगुल यहां से फूंके जाने की जरूरत है। पीएम मोदी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। हम लोकतंत्र बचाने और उत्तराखंडियों की लड़ाई लड़ रहे हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत हेलीकप्टर से शनिवार सुबह लगभग 11 बजे सत्यौं पहुंचे। जहां उनका स्वागत कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, मनमोहन मल्ल, ड़ वीरेंद्र रावत, शान्ति प्रसाद भट्ट, अखिलेश उनियाल, गंभीर सिंह नेगी आदि वरिष्ठ कांग्रेसियों ने किया। सभा को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा कि मैं इस क्रांति भूमि के अमर शहीदों नागेंद्र सकलानी, वृक्ष मानव विश्वेश्वर दत्त सकलानी व ओमपकाश सकलानी को नमन करने आया हूं। कहा भाजपा गरीबों व मध्यम वर्ग की अनदेखी कर रही है। लगातार महंगाई से जनता की कमर तोड़ी जा रही है। पेट्रोल, डीजल और खाद्य तेल, सब्जियों दाम आसमान टू रहे हैं। कहा मेरी सरकार ने अल्प कार्यकाल में सुरकंडा रोपवे और पंपिंग योजना को स्वीत किया। सत्यौं में ही शहीद नागेंद्र सकलानी की स्मृति में डिग्री कलेज की स्थापना का शासनादेश जारी किया था, किन्तु मुझे दुख है, भाजपा ने इसकी वित्तीय स्वीति रोक दी। हमारी सरकार बनेगी तो महिलाओं को आत्म निर्भर बनाएंगे, बेरोजगारों को सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में भरपूर रोजगार देंगे। गांव में रहकर खेती बाड़ी करने वाले 40 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति के लिए कुड़ीबाड़ी पेंशन योजना लागू की जाएगी। इसलिए आप सभी सकलाना के इलाके से कांग्रेस को ताकत दीजिये। सभा में उपस्थित धनोल्टी विधानसभा के सभी उमीदवारों ने एक स्वर में कहा कि कांग्रेस जिस किसी को भी टिकट देगी, सभी एकजुटता से चुनाव जिताकर भेजेंगे। सभा को जोत सिंह बिष्ट, मनमोहन सिंह मल्ल, ड़वीरेंद्र रावत, अखिलेश उनियाल, शान्ति प्रसाद भट्ट, गंभीर सिह नेगी, जोत सिंह रावत ने संबोधित किया। इस अवसर पर कैलाश सकलानी, पंचम दास, लक्ष्मी प्रसाद उनियाल, सुमन गुसाईं, सरदार सिह कण्डारी, कुंदन सिंह नेगी, सोबन सिंह मनवाल, ताज नारायन उनियाल, दयाल सिह नेगी, विजेंदर सिंह बिष्ट, भगवान सिंह पंवार, सुनीता नेगी, सुमेरी बिष्ट, पावना खंडूरी, वीरेंद्र कोठारी, विक्रम सिंह पंवार आदि मौजूद रहे।