नईदिल्ली, जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने अपनी नई शोध योजना कंटिन्यू के तहत 2.5 करोड़ डॉलर (लगभग 220 करोड़ रुपये) का फंड शुरू किया है। इस फंड का मकसद वैज्ञानिकों की मदद करना है, जो मानव उम्र बढ़ने के तरीके समझने का काम करते हैं। यह पैसा पूरी तरह से गोयल खुद देंगे। इस योजना का लक्ष्य दुनियाभर के शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करना है, ताकि वे साधारण सवाल पूछें और उम्र बढ़ने के पुराने तरीकों को चुनौती दें।
कंटिन्यू रिसर्च शोधकर्ताओं की मदद करेगा, ताकि वे ऐसे आसान सवाल खोज सकें जो उम्र बढ़ने से जुड़ी जटिल बातें चुनौती दें। गोयल का मानना है कि मानव शरीर एक सिस्टम की तरह है और इसमें कुछ खास बिंदु हैं। अगर इन बिंदुओं को समझकर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो हमारी उम्र और जीवन शैली में बड़े बदलाव आ सकते हैं। इस योजना का मकसद सिर्फ स्वस्थ रहने की क्षमता बढ़ाना है, मौत को रोकना नहीं।
कंटिन्यू फंड 2 प्रकार की परियोजनाओं का समर्थन करेगा। मूनशॉट्स उच्च जोखिम वाले प्रारंभिक विचारों के लिए 50,000 से 2.50 लाख डॉलर (लगभग 40 लाख रुपये से 2.20 करोड़ रुपये) तक फंडिंग देगा। डीप डाइव्स शोधकर्ताओं को 3 साल तक परिकल्पनाओं को सत्यापित या अस्वीकृत करने के लिए 2.50 लाख से 20 लाख डॉलर (लगभग 18 करोड़ रुपये) तक का अनुदान प्रदान करेगा। सभी शोध परिणाम ओपन सोर्स होंगे और फंडिंग के लिए पूर्व प्रकाशन की आवश्यकता नहीं होगी।
गोयल ने बताया कि कंटिन्यू रिसर्च किसी कंपनी या स्टार्टअप के रूप में नहीं, बल्कि अगले वर्ष के लिए एक शोध दल और सीड फंड के रूप में काम करेगा। इसका उद्देश्य मानव स्वास्थ्य और कार्यक्षमता को लंबी अवधि तक बेहतर बनाना है, ताकि समाज स्थायी और दीर्घकालिक निर्णय ले सके। शोध के लाभार्थी मुख्य रूप से आने वाली पीढ़ियां होंगी और इसके लिए दशकों तक निरंतर प्रयास की योजना बनाई गई है।