नईदिल्ली, दिल्ली में गत 10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास द्ब20 कार में हुए भीषण विस्फोट की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में कुल 8 जगहों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के जरिए एजेंसी उन सबूतों की तलाश कर रही हैं जो जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल और दिल्ली विस्फोट मामले से जुड़े हो सकते हैं। छापेमारी में बरामदगी का विवरण अभी सामने नहीं आया है।
रिपोर्ट के अनुसार, एनआईए ने सुबह कश्मीर के शोपियां में नदिगाम में गिरफ्तार मौलवी इरफान के घर पर छापेमारी की। पुलवामा के मलंगपोरा में डॉ अदील और डॉ मुजम्मिल के घरों पर भी तलाशी ली है। इसी तरह संबूरा (पुलवामा) में आमिर के घर पर भी छापेमारी की गई है। एनआईए की एक टीम ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी एक संदिग्ध के घर छापा मारा है। शुरुआती जांच में मौलवी इरफान अहम कड़ी नजर आ रहा है।
बता दें कि अदील राठोर और मौलवी इरफान इस समय एनआईए की हिरासत में है। दिल्ली की एक अदालत ने लाल किला विस्फोट मामले में गिरफ्तार तीन डॉक्टर और मौलवी इरफान को शनिवार को 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। सभी चार आरोपियों मुजम्मिल गनई, अदील राठेर और शाहीना सईद के साथ मौलवी इरफान को प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना के समक्ष पेश किया गया था। उनसे पूछताछ पूरी हो चुकी है।
लाल किले के पास 10 नवंबर को सफेद हुंडई आई 20 कार में अचानक विस्फोट हो गया था, जिसकी चपेट में आकर 15 की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। विस्फोट जैश-ए-मोहम्मद के संदिग्ध आतंकी और जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉक्टर उमर ने किया था, जो खुद भी मारा गया। वह अल-फलाह विश्वविद्यालय में पढ़ाता था। घटना की जांच एनआईए कर रही है। इसमें अल-फलाह जांच के घेरे में है क्योंकि अधिकतर आरोपी वहीं कार्यरत थे।