दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली दंगों की साजिश रचने वाले 15 लोगों के खिलाफ दायर की 20 हजार पन्नों की चार्जशीट
नई दिल्ली , एजेंसी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली दंगों की साजिश रचने के मामले में 15 आरोपियों के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट 20 हजार पन्नों की है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दंगों की साजिश रचने के मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से 15 लोगों के खिलाफ पुलिस ने 20 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है।
पुलिस ने सभी 15 आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून(यूएपीए), आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला बनाया है। स्पेशल सेल द्वारा दायर की गई इस चार्जशीट में उमर खालिद और शरजील इमाम का नाम नहीं है। दरअसल इन दोनों को कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया है इसलिए इनका नाम पूरक चार्जशीट में होगा।
जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने दिल्ली दंगों की साजिश रचने में अहम भूमिका निभाई थी। दंगों की साजिश बहुत सुनियोजित तरीके से रची गई थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में आए उमर खालिद से पूछताछ में ये बात सामने आई है।पुलिस ने उमर खालिद के मोबाइल की फोरेंसिक रिपोर्ट मंगा ली है और उसका विश्लेषण कर रही है। उमर खालिद के मोबाइल से 40 जीबी डेटा दंगों से संबंधित मिला है।दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को दिल्ली में दंगों की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
स्पेशल सेल ने उमर खालिद को दस दिन की पुलिस रिमांड पर ले रखा है। पुलिस को जांच में पता लगा है कि उमर खालिद दिसंबर 2019 से ही सीएए व एनआरसी के विरोध में दंगों की साजिश रचने में जुट गया था। लोगों को उसका समर्थन मिला तो उसका हौसला बढ़ता चला गया। जांच में ये भी पता लगा है कि उमर खालिद ने पूर्वी दिल्ली में कई धरना स्थलों पर भड़काऊ भाषण दिया था। उससे प्रदर्शनकारी इसके उकसावे में आ गए थे। उमर खालिद कई व्हाट्स एप ग्रुप से भी जुड़ा हुआ था। वह ग्रुप के माध्यम से दंगों की भूमिका तैयार कर रहा था।