उत्तराखंड

डीएम ने किया एसडीजी कार्यशाला का शुभारंभ

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नई टिहरी। दो दिवसीय सतत विकास लक्ष्यों की कार्य योजना से सम्बंधित कार्यशाला का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि डीएम इवा श्रीवास्तव ने जिला सभागार में किया। कार्यशाला में डाटा इकोसिस्टम तथा अनुश्रवण के साथ ही हैंड होल्डिंग प्रशिक्षण भी दिया गया। एडीएम, पीडी और डीडीओ को इस मौके पर वाइस वाल आफ उत्तराखंड पुस्तिका भेंट की गई।
कार्यशाला में जिला स्तरीय बीस सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष दिनेश डोभाल ने कहा कि कार्यशाला का लाभ अधिकारियों को मिलेगा। जिससे लक्ष्यों का प्राप्त करने में मदद मिलेगी। एसडीजी एक्सपर्ट करूनाकरन सतत विकास लक्ष्यों पर प्रकाश डालते हुये अवगत कराया गया कि विकास लक्ष्य संसाधनों का उपभोग करने का एक आदर्श मडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित करना है। इसका उद्देश्य है कि वर्तमान व भावी पीढ़ीयों के लिए प्रातिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुये इस तरह प्रयोग करना कि प्रातिक संसाधनों का न्यूनतम क्षरण हो । उत्तराखण्ड राज्य के प्रत्येक जिले का नीति आयोग के निर्धारित संकेतकों व कार्ययोजना के आधार पर समग्र प्राप्तांक की गणना की गयी है। उप निदेशक नियोजन दिनेश बडोनी ने अवगत कराया कि सतत विकास लक्ष्यों के लिए निर्धारित 17 लक्ष्यों में से 12 लक्ष्यों व 132 उपलक्ष्यों की उपलब्धियों के समानुपात के आधार पर राज्य को सतत विकास लक्ष्यों में की गयी प्रगति का अंकन किया किया जाना है। एसडीजी इण्डिया इन्डैक्स 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखण्ड को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। कार्यशाला में एडीएम रामजी शरण शर्मा, पीडी आंनद भाकुनी, डीडीओ सुनील कुमार, डीएसटीओ निर्मल कुमार शाह, संदीप कुमार, धारा सिंह, सुरेश चन्द,ातु नेगी, उमेश बिष्ट आदि मौजूद रहे।

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