जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : द लोनी अरबन मल्टी क्रेडिट एंड थ्रिप्ट कोआपरेटिव सोसाइटी (एलयूसीसी) पीड़ितों का धरना-प्रदर्शन तहसील परिसर में 37वें दिन भी जारी रहा। पीड़ितों ने शासन-प्रशासन पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी को दिए ज्ञापन में ठगी पीड़ितों ने कहा कि छह जनवरी 2017 को इस सोसाइटी को उत्तराखंड में व्यवसाय करने की अनुमति मिली थी, जिसमें सोसाइटी के संचालकों ने लोगों को धन दोगुना करने का लालच देकर सोसाइटी में करोड़ो का निवेश करवाया। उसके बाद 29 अक्टूबर 2024 को सोसाइटी के संचालक अपने कार्यालयों को बंद कर फरार हो गए। कहा कि सोसाइटी में निवेशकों का लाखों रूपया जमा है, उनके माध्यम से जिन निवेशकों ने सोसाइटी में निवेश किया, वे भी लगातार उनके घरों में आकर पैसों का दबाव बना रहे है। कहा कि प्रदेश सरकार ने इस संबंध में सीबीआई की जांच करवाने के आदेश दिए है। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डूबी रकम वापस दिलाने की मांग की है। इस मौके पर सुनीता भंडारी, सुरेश सिंह नेगी, विनीता रावत, सुनीता रावत, सोनी नेगी, रजनी देवी, नीतू देवी, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, आशा रावत आदि मौजूद रहे।