विधानसभा सत्र से पहले वार्ता की मांग उठायी
पिथौरागढ़। वंचित राज्य आंदोलनकारियों का धरना-प्रदर्शन 16वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने शासन-प्रशासन पर वास्तविक आंदोलनकारियों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। कहा राज्य गठन 21 वर्ष हो गए हैं, लेकिन उनकी सुध किसी ने नहीं ली। मंगलवार को जिलाध्यक्ष उमा पांडे के नेतृत्व में वंचित वंचित राज्य आंदोलनकारी टकाना स्थित रामलीला मैदान में एकत्रित हुए। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और बाद में धरने में बैठ गए। उन्होंने उनकी मांगों को जायज ठहराते हुए कहा सरकार को वंचित राज्य आंदोलनकारियों को सम्मान देना चाहिए। उन्होंने सरकार से चिन्हीकरण में आ रही समस्या को दूर करने की मांग की है। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी राजेंद्र भट्ट, पूर्व पालिकाध्यक्ष जगजीवन कन्याल, जिलाध्यक्ष उमा पांडे, केंद्रीय प्रवक्ता किशोर पाठक, उपाध्यक्ष जगदीश जोशी ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा जब तक उन्हें सम्मान नहीं मिल जाता, वे धरने में डटे रहेंगे।
ये रहे शामिल- राजेंद्र पांडेय, जीवन फुलेरा, मोहन चंद्र पांडे, भगवान पंत, कमला तिवारी, सोनू वर्मा, कैलाश लुंठी, धीरेन्द्र जोशी, महेश कुमार आदि रहे।