जयन्त प्रतिनिधि:
कोटद्वार : देवी मंदिर की संपत्ति सील किए जाने के विरोध में अधिवक्ताओं का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी का स्थानांतरण नहीं हो तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। कहा कि धार्मिक स्थलों में इस तरह की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं होगी।
मंगलवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने धरना दिया। कहा कि कि सुखरो देवी मंदिर विवाद प्रकरण में उपजिलाधिकारी का पक्षपातपूर्ण रवैया रहा। बताया कि सुनवाई की तिथि 15 सितंबर को नियत की थी। लेकिन, दूसरे पक्ष को सुने बिना 11 जुलाई को एक तरफ फैसला सुनाते हुए देवी मंदिर के दानपात्र, लाइब्रेरी को सीज कर दिया। कहा कि धार्मिक स्थलों में इस तरह की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं होगी। इस दौरान उपजिलाधिकारी ने अधिवक्ताओं से धरने को समाप्त करने की भी अपील की। लेकिन, अधिवक्ता अपनी मांगों पर अड़े हुए थे। इस मौके पर अनिल खंतवाल, राजीव पटवाल, आशुतोष कुकरेती, रश्मि चंदोला, अनुज भट्ट, अमित बडोला, केपी भदोला मौजूद रहे।