पार्षदों ने महापौर को सौंपा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम कोटद्वार क्षेत्रांतर्गत निराश्रित गौवंश की समस्या गंभीर हो चुकी है। क्षेत्र में निराश्रित गौवंश की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिससे स्थानीय काश्तकारों को जहां नुकसान झेलना पड़ रहा है, वहीं यह सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण भी बन रहे है। समस्या के निराकरण की मांग को लेकर नगर निगम के पार्षदों ने महापौर शैलेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में पार्षदों ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में निराश्रित गौवंशों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। कुछ समय पूर्व नगर निगम क्षेत्र में निराश्रित नंदियों द्वारा स्थानीय निवासियों को चोटिल करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें कुछ गंभीर मामलों में जान-माल की क्षति भी हुई है। कहा कि इस संबध में नगर निगम द्वारा 25 अप्रैल 2025 को आयोजित बोर्ड बैठक में निराश्रित गौवंश के उचित संरक्षण हेतु प्रस्ताव पारित किया गया था। प्रस्ताव के अंतर्गत निगम द्वारा राज्य से बाहर स्थित गौशालाओं में निराश्रित गौवंशों के स्थानांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। लेकिन वर्तमान में कुछ असामाजिक तत्व निगम की इस कार्यवाही में रुकावट डाल रहे हैं जिससे जनता में रोष व्याप्त है। ज्ञापन में महापौर से इस कार्यवाही में बाधा डालने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में पार्षद विपिन डोबरियाल, मनोज शाह, उमेद सिंह, दीपक पाठक और विवेक शाह आदि शामिल थे।