डी-श्रेणी में अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता समाप्त करने की मांग

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पर्वतीय ठेकेदार संघ ने डी-श्रेणी में अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है। कहा कि छोटे ठेकेदारों को भी बेहतर कार्य मिल सकें इसके लिए योजना तैयारी की जानी चाहिए।
सोमवार को संघ की बैठक आयोजित की गई। वक्ताओं ने कहा कि पलायन रोकने में छोटे ठेकेदार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन, आज छोटे-छोटे कार्यों को बंद कर बड़ी निविदाएं आमंत्रित की जा रही है। जिससे छोटे ठेकेदार पलायन को मजबूर हो रहे हैं। पंजीकरण व्यवस्था को पूर्ण की भांति ही रखा जाना चाहिए। साथ ही डी-श्रेणी में अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता को समाप्त किया जाना चाहिए। सी-श्रेणी में एई व जेई की अनिवार्यता समाप्त की जाएगी। अतिरिक्त रॉयल्टी को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाना चाहिए। समय वृद्धिका अधिकारी पूर्ववत रखा जाना चाहिए। आपदा व वार्षिक अनुरक्षण कार्यों के लंबित भुगतान शीघ्र किए जाएं, आपदा के कार्यों में किसी भी अप्रिय घटना या सामग्री के नुकसान के लिए ठेकेदार को मुआवजा दिया जाना चाहिए। साथ ही बिना लिखित आदेश के आपदा कार्यों को प्रारंभ न किया जाएं और कार्य प्रारंभ के 36 घंटे में अनुबंध गठित किया जाए। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष देवेंद्र पाल सिंह नेगी, किशोर लखेड़ा, भाष्कर बड़थ्वाल, जयप्रकाश रावत, विनोद रावत, मोहन सिंह नेगी, विनयपाल नेगी, हरीश कुमार, संजय खंतवाल, दीपक जखमोला, राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद रहे।

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