परीक्षा नकल प्रकरण की जांच के लिए गठित आयोग ने युवाओं से किया संवाद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लोक सुनवाई व जनसंवाद में छात्र-छात्राओं ने परीक्षा के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों पर खुलकर अपनी बात रखी। युवाओं ने उत्तराखंड सेवा चयन आयोग की परीक्षा के लिए केंद्र कोटद्वार में भी बनाने की मांग की। साथ ही नकल प्रकरण की जांच करते हुए आयोग के अध्यक्ष व परीक्षा नियंत्रक को हटाने की मांग रखी।
बुधवार को नगर निगम प्रेक्षागृह में पेपर लीक मामले की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में एकल सदस्यीय जांच आयोग ने सुनवाई व जनसंवाद किया। इस दौरान क्षेत्रीय भाषा के आधार पर अधिक सवाल और जैमर की गुणवत्ता पर छात्र-छात्राओं व केंद्र व्यवस्थाओं ने सवाल उठाए। लोक सुनवाई व जनसंवाद में छात्र-छात्राओं ने परीक्षा के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों पर खुलकर अपनी बात रखी। युवाओं ने सेवा आयोग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए। कहा कि आयोग में बैठे अध्यक्ष व परीक्षा नियंत्रक की कथित सांठ-गांठ के कारण परीक्षाओं में धांधली होती है और परीक्षा से पूर्व ही प्रश्न पत्र लीक हो जाता है, जिससे परीक्षा की तैयारी कर रहे युवा स्वयं को ठगा सा महसूस करते है। युवाओं ने कहा कि कोटद्वार में आयोग की तरफ से आयोजित होने वाली परीक्षाओं के सेंटर बनाए जाने चाहिए। परीक्षा सेंटरों में जैमर, सीसीटीवी जैसी बुनियादी सुविधाएं चाक-चौबंद होनी चाहिए। युवाओं ने कहा कि पूर्व आयोग की तरफ से युवाओं को संवाद कार्यक्रम होते रहते रहे हैं। लेकिन, वर्तमान में आयोग की तरफ से संवाद कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं। युवाओं ने अभी तक आयोग के अध्यक्ष व परीक्षा नियंत्रक को न हटाए जाने पर भी रोष व्यक्त किया। जांच आयोग के अध्यक्ष यूसी ध्यानी ने कहा कि वह सभी जिलों में पहुंचकर युवाओं से संवाद कर रहे हैं। कहा कि व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया जा रहा है। अभी तक उन्होंने देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, रुद्रपुर व हरिद्वार में जनसंवाद कार्यक्रम संपन्न कर दिया है। कहा कि जनसंवाद में जो भी सुझाव आएंगे, उन्हें शासन को अवगत करवा दिया जाएगा। इस मौके पर जांच आयोग के सचिव विक्रम सिंह, उपजिलाधिकारी शालिनी मौर्य के साथ ही बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल, रोहित, दिनेश, स्वाति ध्यानी, प्रफुल्ल नैथानी, रमेश भंडारी, बबीता ध्यानी सहित विभिन्न कोचिंग सेंटरों व बीएड के छात्र मौजूद रहे।