देहरादून से मक्कूमठ के लिए परिवहन की बस सेवा शुरू करने की मांग
रुद्रप्रयाग : ऊखीमठ ब्लॉक के मक्कू ग्राम पंचायत के प्रधान ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर देहरादून ऋषिकेश से भीरी परकंडी-पल्द्वाड़ी होते हुए मक्कूमठ तक वर्ष भर परिवहन विभाग की बस सेवा संचालित करने की मांग की है। कहा कि इस सुविधा से क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा। साथ ही पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन में ग्राम पंचायत मक्कू के प्रधान विजयपाल सिंह नेगी ने कहा कि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम में छह माह में पूजा की जाती है। जबकि छह माह शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में पूजा की जाती है। इसलिए मक्कूमठ में वर्ष भर तीर्थयात्रियों का आवागमन बना रहता है। भगवान के दर्शनों के लिए ग्रीष्मकाल और शीतकाल दोनों सीजन में भक्त यहां पहुंचते हैं। इसके साथ ही वर्षभर इस क्षेत्र में सैलानियों की आवाजाही बनी रहती है। इस दृष्टि से क्षेत्र में परिवहन विभाग की कोई सेवा उपलब्ध नहीं है। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटक एवं सैलानियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कहा कि क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों के साथ ही क्षेत्रीय जनता ने कई बार विभिन्न माध्यमों से गद्दी स्थल मक्कूमठ तक परिवहन विभाग की बस सेवा शुरू करवाने की मांग की है। जिसमें सरकारी स्तर पर हमेशा आश्वासन तो मिला किंतु कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। क्षेत्र की जनता को सरकार द्वारा यह सौगात अभी तक नहीं मिल पाई है। कहा कि परिवहन विभाग द्वारा संचालित बसों में सरकार द्वारा अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। जिससे बुजुर्गों के साथ ही वरिष्ठ नागरिक को सुविधाएं मिल रही है। रक्षा बंधन पर माता एवं बहनों को भी सफर का लाभ दिया जा रहा है। स्वतंत्रता संग्राम सैनानी, आश्रितों, उत्तराखंड आंदोलनकारियों तथा दिव्यांगजनों को भी नि:शुल्क या कम दर पर आवागमन की सुविधा दी गई है। इसलिए मक्कूमठ क्षेत्र को भी इस सुविधा के मिलने से क्षेत्रीय ग्रामीणों को काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से देहरादून ऋषिकेश से भीरी परकंडी पल्द्वाड़ी होते हुए मक्कूमठ तक परिवहन विभाग की बस सेवा वर्ष भर संचालित कराने की मांग की है। कहा कि जनता की इस मांग के लिए सरकार को न तो किसी विधेयक पास कराने की जरूरत है और न ही इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही जनता को यह सुविधा मिल जाएगी। (एजेंसी)