पोखड़ा महाविद्यालय में प्राचार्य और प्रोफेसरों की नियुक्ति की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विकासखंड पोखड़ा के लोगों ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपकर पोखड़ा महाविद्यालय में प्राचार्य, प्रोफेसरों की नियुक्ति करने, भवन निर्माण के लिए धनराशि जारी करने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद पोखड़ा में महिला चिकित्सक और स्टाफ नर्स की तैनाती करने की मांग की। साथ ही क्षेत्र की अन्य समस्याओं के भी निस्तारण की मांग की।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्कर जोशी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से वार्ता की। पुष्कर जोशी ने कहा कि क्षेत्र के युवाओं को उच्च शिक्षा देने के उद्देश्य से जनता की मांग पर पोखड़ा ब्लॉक मुख्यालय में महाविद्यालय खोला गया था, लेकिन महाविद्यालय में प्राचार्य और प्रोफेसरों की तैनाती न होने से छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन बाधित हो रहा है। वहीं अभी तक महाविद्यालय का भवन नहीं बन पाया है। उन्होंने छात्र हित में महाविद्यालय में जल्द से जल्द प्राचार्य और प्रोफेसरों की तैनाती करने और भवन निर्माण के लिए धनराशि जारी करने की मांग की। जोशी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोखड़ा में महिला चिकित्सक और स्टाफ नर्स न होने से क्षेत्र की महिलाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र की जनता पिछले काफी समय से महिला चिकित्सक और स्टाफ नर्स की तैनाती की मांग कर रही है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पोखड़ा गांव के कांडा में बैंक की स्थापना न होने से ग्रामीणों को बैंक आने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए गांव में मिनी बैंक की स्थापना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कंथड़ों का नरवा वासी गांव अभी तक मोटर मार्ग से नहीं जुड़ पाये हैं। मोटर मार्ग के अभाव में ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी मरीजों को सड़क मार्ग तक लाने में होती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कई सालों से मोटर मार्ग निर्माण की मांग कर रहे है, लेकिन अभी तक गांव सड़क से नहीं जुड़ पाया है। ग्रामीणों की सुविधा के लिए जल्द से जल्द गांव को मोटर मार्ग से जोड़ा जाना चाहिए, ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो। प्रतिनिधि मंडल में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्कर जोशी, भाजपा युवा मोर्चा के नेता दिनकर पोखरियाल, सुभाष पोखरियाल, सच्चिदानंद, शशिचंद्र, शिवम जोशी शामिल थे।