विवेकानन्द पर्वतीय षि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा विकसित मडुवा-मादिरा थ्रेसर का हुआ प्रदर्शन एवं वितरण
अल्मोड़ा। भारतीय षि अनुसंधान परिषद के उत्तर पूर्वी हिमालय (एनईएच) कार्यक्रम के अर्न्तगत अन्तर्राष्ट्रीय कदन्न (श्री अन्न) वर्ष 2023 को मनाने के उद्देश्य से विवेकानन्द पर्वतीय षि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा षि विज्ञान केन्द्र तवांग के सहयोग से षि विज्ञान केन्द्र, तवांग में मडुवा-मादिरा थ्रेसर का प्रदर्शन एवं वितरण कार्यक्रम तथा षक-वैज्ञानिक संवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ब्लेटिंग, बुरी, जिप्सू, खारटेंग, किटपी, लुम्सांग, नामिट, शक्ति और शेरनुप गांवों के 20 षकों ने भाग लिया। तवांग के उपायुक्त के़ दरांग कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। विवेकानन्द पर्वतीय षि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के निदेशक ड़ लक्ष्मी कान्त ने जिले में मडुवा का बढ़ावा देने के लिए संस्थान द्वारा की गई पहल, विशेष रूप से जल्दी पकने वाली व उच्च उपज प्रजाति वीएल मडुवा 376 के सफल अंगीकरण तथा षक सहभागिता से बीज उत्पादन हेतु संस्थान के प्रयास की जानकारी दी। उन्होंने मडुवा की पारम्परिक थ्रेशिंग प्रणाली की कमियों पर प्रकाश डालते हुए कठिन श्रम व समय की बचत के सन्दर्भ में वीएल मडुवा-मादिरा थ्रेसर कम पर्लर के लाभ बताये। उन्होने उपायुक्त के़ दरांग से थ्रेसर को जिले अधिक से अधिक किसानों के मध्य पहुँचाने हेतु इसे राज्य सरकार की सब्सिडी योजना में शामिल का अनुरोध किया। उन्होंने षकों को उनके द्वारा उत्पादित मंडुवा के अधिक मूल्य प्राप्त करने हेतु जैविक प्रमाणीकरण में सहयोग की भी जानकारी दी। सभा को संबोधित करते हुए उपायुक्त, तवांग के़ दरांग ने षि विज्ञान केन्द्र, तवांग के सहयोग से विवेकानन्द पर्वतीय षि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा की गई पहल की सराहना की और जिला प्रशासन से हर संम्भव मदद का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों ड़ निर्मल कुमार हेडाऊ, ड़ राजेश कुमार खुल्बे, ड़ दिनेश चन्द्र जोशी, ड़ हितेश बिजारनिया, एसडीओ के़बी़क कायस्थ तथा षि विज्ञान केन्द्र तवांग के वैज्ञानिकों ने भाग लिया।