गहलोत गुट का शक्ति-प्रदर्शन, विधायक बोले- बगावत करने वालों में से किसी को न बनाया जाए सीएम
जयपुर, एजेंसी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बन सकते हैं। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान शुरू हो गया है। गहलोत गुट के एक्टिव होने के बाद से पायलट की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रदेश का नया सीएम कौन होगा इसे लेकर अब घमासान होता नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री निवास में होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए सचिन पायलट घर से निकल गए हैं। अन्य विधायक भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ ही देर में बैठक शुरू होने वाली है।
मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने भी संयम लोढ़ा के बयान पर सहमति दी। मेघवाल ने कहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही रहें, हम यही चाहते हैं। संयम लोढ़ा एक सुलझे हुए व्यक्ति हैं। उन्होंने जो भी कहा है सोच समझकर ही कहा है। वहीं, मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहें। उन्हें बदला नहीं जाना चाहिए।
कांग्रेस आलाकमान की ओर से विधायकों को आदेश मिला है कि वह एक लाइन का प्रस्ताव पारित करें। सीएम कौन बनेगा इसका फैसला आलाकमान पर छोड़ दें। बताया जा रहा है कि विधायक इस फैसले के विरोध में हैं। विधायकों ने साफ कह दिया है कि बगावत करने वाले 18 विधायकों को छोड़कर किसी को भी आलाकमान मुख्यमंत्री बना दे। हम उसका समर्थन करेंगे।
राजस्थान की राजनीति में अचानक हुए बदलाव के बाद सियासी समीकरण बिगड़ते दिख रहे हैं। गहलोत गुट के विधायकों ने बगावत करने वाले विधायकों को सीएम बनाने से मना कर दिया है। ऐसे में शाम सात बजे होने वाली विधायक दल का समय भी बढ़ा दिया गया है। अब यह बैठक 7रू30 बजे होगी।
गहलोत गुट के करीबी मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर 56 से ज्यादा विधायक पहुंचे हैं। इनमें निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला। गोपाल मीणा, राजेंद्र पारीक, महेंद्र चौधरी, रामलाल जाट, महेश जोशी, नगराज मीणा, जेपी चंदेलिया और दीपचंद खेरिया सहित अन्य विधायक शामिल हैं। इधर, अचानक बदले समीकरण के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होटल मेरियट के लिए रवाना हो गए हैं। वह अजय माकन और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से ताजा हालातों को लेकर चर्चा करेंगे।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले शांति धारीवाल के आवास पर हुई बैठक में गहलोत गुट के विधायकों ने एक प्रस्ताव रखा है। जिसमें कहा गया है कि 2020 सरकार के खिलाफ बगावत कर मानेसर जाने वाले विधायकों को किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री ना बनाया जाए। बगावत करने वाले 18 विधायकों को छोड़कर किसी को भी आलाकमान मुख्यमंत्री बना दे। गहलोत गुट के सभी विधायक उसका समर्थन करेंगे।
राजस्थान की राजनीति पल-पल बदल रही है। आज यानी रविवार शाम सात बजे विधायक दल की बैठक होनी है। इससे पहले अचानक गहलोत गुट के विधायक सक्रिय हो गए हैं। मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर गहलोत समर्थक विधायकों ने एक बैठक रखी है।
जहां पहुंचे विधायकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। इस बैठक में सीएम उम्मीदवार को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। सीएम के सलाहकार और निर्देलीय विधायक संयम लोढ़ा बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, सीएम के दौर के तौर पर अशोक गहलोत को हमारा समर्थन है। किसी और के नाम पर सहमति बनती है तो निर्दलीय विधायक समर्थन नहीं देंगे। इससे राजस्थान सरकार के गिरने का खतरा हो जाएगा।