देहरादून। आशा कार्यकर्ताओं ने मासिक मानदेय बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा कूच किया। इस दौरान उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई थी आंदोलन तेज किया जाएगा। सीटू से संबंध उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन के बैनर तले गुरुवार को विभिन्न जिलों की आशाएं देहरादून में एकत्रित हुई और विधानसभा कूच किया। पुलिस ने रिस्पना पुल से पहले उन्हें रोक दिया। ऐसे में आशाएं वहीं धरने पर बैठ गई। संगठन की प्रांतीय अध्यक्ष शिवा दबे ने कहा कि कोरोना काल में योद्धा की तरह खड़ी आशा कार्यकर्ताओं को फ्रंट लाइन वर्कर सम्मान दिया जाए। सरकार स्वास्थ्य बीमा और मानदेय संबंधी सभी घोषणाओं का शासनादेश जल्दी जारी करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सीटू से संबंद्ध आशा, आंगनबाड़ी, भोजन माताओं के प्रतिनिधिमंडल को मानदेय बढ़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मौके पर सीमा, नीलम, कुसुम, लोकेश, पुष्पा खंडूड़ी, रत्ना, नीरा कंडारी, नीरज, सुनीता पाल, सुनीता तिवारी, सरोज, भारती आदि मौजूद थीं।