देश के अंतिम गांव माणा में लोग कोरोना को लेकर सजग
गोपेश्वर। चमोली जिले में चीन सीमा पर स्थित देश के अंतिम माणा गांव में लोग कोरोना संक्रमण को लेकर बेहद सजग हैं। इसके लिए ग्रामीणों ने न केवल बदरीनाथ धाम आने वाले यात्रियों, बल्कि सेना के जवानों से भी दूरी बनाई हुई है। सेना की आवाजाही गांव के बीच से गुजरने वाले पारंपरिक मार्ग के बजाय वैकल्पिक मार्ग से हो रही है। ग्रामीण इस मार्ग का इस्तेमाल नहीं कर रहे।
माणा गांव में हालांकि अभी तक कोरोना संक्रमण का कोई मामला नहीं आया है, लेकिन ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग एवं सतर्क हैं। दरअसल, बदरीनाथ धाम और माणा गांव में यात्रियों की रोजाना आवाजाही हो रही है। साथ ही सेना के जवानों का भी बराबर आना-जाना बना हुआ है। चमोली जिले में कोरोना संक्रमण के जितने भी मामले आए हैं, उनमें सबसे अधिक सेना के ही जवान हैं। इसलिए ग्रामीणों ने यात्रियों के साथ ही सेना के जवानों से भी दूरी बनाई हुई है। माणा के ग्राम प्रधान पीतांबर मोलफा बताते हैं कि ग्रामीणों की सजगता के चलते ही अभी तक कोरोना गांव में दस्तक नहीं दे पाया है। यही नहीं, कोरोना संक्रमण से बचने में ग्रामीणों का पारंपरिक खानपान भी मदद्गार साबित हो रहा है।